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सुधांशु जी अब एक है तेरे रानी हाथ के उत् इकरम करे जीवन जीते ऍम घोरा उन लोग ऊटी के उठती क्रम फॅमिली बंगला क्या बोले चल जाॅन फाइव फॅमिली घोर गी ऍम ऍम बडी फॅमिली अब फॅमिली घोर फॅर और फोर फोर ऊपर दिए जाए ।
ऍम बोल मत रो प्रोथम चले दो घरों जीते किन्तु बोरी तार सामने घोरे ।
कुर्ग ऊटी के स्थान दो खोल कुत्ते परे नाम शादाब बोरे एक घोर , सामने ही भव्य उससे तो किंतु यदि आरी भवन एक घोर सामने तो खैर गुटी थके तो बोले शाॅल अरारिया घोट देते पर राजा सुदास सूजी जे कुल्लू दी के बोल एक घोर देते पहले राजा के एम उनको चला जाता है ना ।
और प्रतिपक्ष कुर्ग ऊटी दृष्टि था की ज्योति राजा के आक्रमण कर रहा तो खिलवाड के अवश्य राजा के विवादमुक्त करते हो ।
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ज्योति बोसॅन तो हाथ फिर मुसलमान ।
हाँ तीन पॉइंट आॅफ पॉइंट घर मुसलमान हाथ और तीन पॉइंट रानी रॅाय पॉइंट राजा राजा निहो तो मुँह दावा खिलाए जयपुर निर्भर करे राजा रुपपुर ॅ राजार पाॅइंट एक है रानी निचे राजा द्वारा शुरू की दो तीन बार गया हूँ तो ख्याल ड्रॉ घोषणा अवस्था एमन होए जी खिलवाड राजा सारा उन लोग के चलते है ।
राजा सारा उन लोग तो भी जो भी पाँच राजा के चॅू ना जाए ।
सीधे मुँह मुँह ऍम तो शुरू करते हो ।
गुटी ना था कि जाॅच दिया जाए तो खेला ड्रॉ हो स्टील में राजा नीरा पौधे था की सफल ड्रॉ