सबसे ईजी रेसिपी जिसमें सबसे ज्यादा गडबड होती है ।
पता है कौन सी है नारियल की चटनी और उससे भी ज्यादा गडबड पता है किसमे होती है नारियल तोडने में है क्योंकि ये जो है ना ये बहुत पवन फ्रूट है और इसके पीछे बडी अमेजिंग साइंस ठीक है ।
लेकिन वो पवन फ्रूट और उसके पीछे की साइंस और चटनी ऍम म्यूजिक के उस पार हे तो मिलते हैं म्यूजिक के उस पार ॅ तो ये नमस्कार मैं हूँ रणवीर ब्रार और कोकोनट चटनी बनाने के लिए आपको चाहिए कोकरा अब देखिये कोकोनट को केरला में नारी के बोलते हैं और कहते हैं कि उसी से केरल का नाम केरल पडा नारी केल मतलब पानी वॉटर का फल पाने का फल ।
क्योंकि अक्सर कोकोनट जो है वो गिर जाता था और पानी में तैरता हुआ मिलता था ।
और ये कहा जाता है कि सिर्फ दो फ्रूट जो है वो पवन होते हैं क्योंकि वो जूठन से नहीं उगते ।
हर फ्रूट दुनिया में अकॉर्डिंग तो हिन्दू माँजी जब कोई खाता है और बीज फेंकता है तब उगता है लेकिन नारियल हाँ बगैर झूठा किये ही उगता है और केला तने से उगता है ।
यानी कि केला और नारियल दो ऐसे फ्रूट है जो प्रसाद का हिस्सा है ।
इसी कारण से क्योंकि ये कभी जूठन से नहीं उगते ।
मुँह ब्यूटीफल वो कई बार नारियल ऐसे आता है आँख कैसे ढूंढ तो कुछ नहीं ।
आप एक फोर्थ ले और कैसे फोर्क से इसको ऐसे करना अभी और भी पता चल रहा है ।
ये सॉफ्ट वाला हिस्सा है और ये वो हिस्सा है जहां से नारियल का पेड बनता है ।
जो नरम वाला हिस्सा होता है वहाँ से नारियल जर्मन एट करता है , उगता है ।
ये नारियल के अंदर का जन्म है , बीज है ।
अगर आप इस नारियल को ऐसे ही डाल देंगे तो यहाँ से नारियल का पेड निकल आएगा ।
बहुत साल लेंगे उसको नारियल का पेड बनने में ।
लेकिन जो उसका जन्म वाला सॉफ्ट वाला साइड वहाँ से आपको होल्कर के पानी निकालना है ।
अगर आप निकालना चाहें तो ये जो त्रिनेत्र है इसी वजह से नारियल को शिव जी का फ्रूट भी बोला जाता है ।
अब ये तीन नेत्र में आपको ढूंढनी है ।
तीसरी आँख ठीक है जी अभी देखिये आप अगर इसको दबाएंगे तो दो तो बहुत सख्त होंगे और एक दब जाएगा ।
देखिए ये दबा और जो दब जाएगा इसका मतलब वो जो है वो तीसरी आँख देखिये देखिये एक ये दो ये तीन तो एक शॉर्ट कट तो ये है की आप इस तीसरी आंख के अंदर एक स्कूल ड्राइवर डालते है ना ।
और सारा जो इसका पानी है वो निकाल ले ये देखिये कितना नरम है और ये खुल गया नारियल ये देखा आपने तीसरी आंख का फंडा आप ये समझ लीजिए एक दो तीन तो जैसे शिवजी की तीसरी आँख खुलती है तो बाढ आती है ।
और अगर नारियल की तीसरी आँख खुलती है तो पता है ना क्या होता है पानी तो ये तो हो गया जी एक क्विक शॉर्ट कट नारियल पानी उन लोगों के लिए जो हमेशा बोलते हैं ।
अरे जब तक मेरा नारियल टूटा तो नारियल पानी सारा बह गया ।
बाहर अब नहीं बहेगा जी क्यों ?
क्योंकि आपको त्रिनेत्र का फंडा पता तीसरी आंख ईजी नो रॉकिट साइंस ।
अब देखिए अब इस नारियल में से तीन आँखें हैं ।
वैसे तीन लाइनें ये देखिये लाइन नंबर एक लाइन नंबर दो और लाइन नंबर तीन ।
आपको क्या करना है कि इस लाइन के ऊपर कुछ मारना है चाहे तो सिलबट्टा हमारी चाहे तो बडी नाइफ को पीछे से ठोक के मारिये हम सारे लोग है हमको बडी नई वाली आदत पडी हुई है ।
अब आपको इस लाइन के ऊपर एक मारना है ।
ऐसे ठीक है और धीरे धीरे ऍफ करना ।
इसमें क्या है ना ये लाइन में यूं समझ लीजिए कि नारियल के फल का जोड होता है , जॉइंट होता है तो यहाँ से नारियल जो है वो बराबर टूटता है ।
बीच बीच में मारते रहेंगे तो नारियल बिल्कुल बीच से टूटेगा ही नहीं ।
हो गया जी बिल्कुल ऍम धीरे धीरे अगर आप ऍफ करते रहेंगे तो ये अपने आप इसको छोड ता रहेगा ।
ये जो नारियल है इसलिए छूट रहा है ।
मुँह इसकी उम्र थोडी ज्यादा होगी ।
हमारी चटनी के काम आ जाएगा ।
बट ये बीच से नहीं कटेगा तो नारियल कभी भी आप ऐसे हिलाएंगे अगर नारियल हल्का सा बजता हुआ दिखे या आप ऐसे उसको मारे और आवाज आएगी जिसका मतलब नारियल की स्किन जो है वो छोड चुके है ।
नारियल की उम्र थोडी ज्यादा है ।
ठीक है तो वो जो है वो समझना बहुत जरूरी चटनी बन जायेगी इसकी उतनी अच्छी नहीं बनेगी ।
ठीक है नारियल को छिलने के बडे सारे तरीके हैं ।
ठीक है जी एक तरीका यह है कि आप लीजिये पेचकस और नारियल स्क्रिपल और लगे रहिये दूसरा एक थोडा शॉर्ट कट है ।
पंजाबी स्टाइल वही है कि नारियल का छिलका गर्म कर लीजिये ।
पूरे सबूत नारियल को भी पानी निकाल के साइड से पानी निकाल के आप अवन में रख सकते हैं ।
अगर आप उसको अवन में रख देंगे , पन्द्रह मिनट तो भी उसका छिलका जो है वो नारियल छोड देगा या फिर नारियल को कॅश करके ऐसे भी छोड सकते हैं ।
अब लोग इसमें भी अक्सर उलझते जी तो ये बहुत ही सिंपल है ।
अच्छा पिलर लेना है और लाइफ की जरुरत नहीं है ।
जी को कनक छिलने के लिए बट कोकोनट चटनी बनाने के लिए छिलका मत इस्तेमाल करिए ।
छिलके से कोकोनट चटनी का टेस्ट टेक्स्चर सब हो जाता है ।
अभी बहुत किस्म से बनती है कोकोनट चटनी जो रेसिपी मैंने सीखी है अपने टाइम में उसमें नारियल जाएगा ।
ठीक है एक नारियल में अगर तीखी नहीं है तो तीन तीखी है तो सिर्फ दो हरी मिर्च , मिर्च की चटनी बनानी , नारियल की चटनी बनानी , थोडा जीरा जीरे और नारियल का कॉम्बिनेशन बहुत इंपॉर्टेंट ।
अभी जो है चटनी कोकोनट चटनी का जो पानी है वो सोक करने के लिए डालते हैं थोडा काजू भी और थोडी दाल भी ।
तो भुने चने की दाल डालते हैं ।
कुछ लोग कुछ लोग काजू डालते हैं ।
मैं दोनों मिला के डालता हूँ दाल जो रुखी होती है और काजू जो रिच होता है तो जाॅन मैं कहूँगा कि शॉर्ट कट है ।
अगर अच्छा नारियल लोग , केरल का नारियल , ताजा नारियल , एकदम ताजा ताजा नारियल अगर होगा तो उसमें आपको दाल वाल कुछ नहीं है ।
नारियल में ही इतना सॉफ्ट मिस होगा कि नारियल अपने आप गाढा हो जाएगा ।
लेकिन अगर नारियल दक्षिण से चल के उत्तर पहुँचा है तो बहुत पुराना हो चुका है ।
उसमें आपको पानी करना पडेगा ।
जब पानी करेंगे तो नारियल अलग और पानी अलग होने के चांसेज है ।
उसको बांधने के लिए ज्यादा इस्तेमाल है इस काजू का और दाल का बट टिप िकली फॅमिली कायदे से कुछ नहीं चाहिए ।
सिर्फ नारियल मिर्च थोडा सा जिंजर अगर चाहिए तो चाहिए और बाद में उसको तडका लगा और क्यूमिन तो चाहिए ना ये लीजिए सॉल्ट और ये जायेगा मिक्सी में पीस ने थोडा पानी डाल के और ये नारियल जैसे ठंडा होगा ।
इसका मैजिक मैं आपको दिखा दूंगा ।
तडका दिखा देता हूँ ।
कडी पत्ता , चना गोटा लाल मिर्च अच्छा खटास के लिए आंध्रा में जैसे इमली डाली जाती है ।
कई जगह पे लेमन डाला जाता है ।
थोडी सी खटास अच्छी होती है ।
मैं यहाँ पे ऍम करूँगा बट अगर इमली सो करीब थोडी इमली डाल दीजिये खटास के लिए केरल में कई जगह बिमली डाल देते हैं बिमली जो है एक लंबा सा ऍम फ्रूट होता है इमली कच्ची इमली जैसा टेस्ट होता है कई जगह थोडा सा वो डाल देते है हल्की सी खटास ॅ करना जरूरी है ओनली टू फिनिश ठीक है जी पहले नहीं करेंगे अभी कोकन अॉयल या वॅार ऑयल अभी तडका बन रहा है ।
जैसे ही चटनी हमारी पिस के रेडी हो जाएगी उसके ऊपर जायेगा तडका मेरे लिए नारियल की चटनी या नारियल जो है सिर्फ फल नहीं है ना और वो स्टोरी आॅफ तरफ शिव से जुडा हुआ है ।
दूसरी तरफ विष्णु से जुडा हुआ लक्ष्मी जी का फल कहते हैं ।
श्रीफल कहते हैं नारियल को और ये कहते हैं कि जब विष्णु जी पृथ्वी पे आए तो वो कामधेनु और नारियल ले के आये तो गिफ्ट गाँव इस लक्ष्मी फॅमिली एक्टिंग मतलब एक फल जो है कैसे ?
शिव और विष्णु दोनों को जोडता है ।
ब्यूटिफुल और नारियल चटनी बनाते समय जो नारियल पानी निकलता है ना वो नारियल पानी डालें ।
अगर उसको पतला करना है वही नारियल पानी डालें ।
ऍम बिनेशन वो मिठास जो आती है ।
नारियल पानी , तेल , गरम राई , मेथी , चना , गोटा व्रत और मिर्च उसके बाद कडी पत्ता मेथी को काला कर लेना है ।
बाकी दालों को ब्राउन कर लेना है ।
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थोडी गाडी है अगर दक्षिण भारत में बनती तो और पतली होती है नारियल पानी जितना भी निकलता सारा डाल दीजिए उसके अंदर अरब मुँह का ये लो सिम प्लस दिस और आप इसको आराम से देखो उसके बाद फिर मैं आपको ये वाले नागल के जाऊ दिखाता हूँ हल्का सा रोस्ट किया मैंने हल्का सा रोस्ट करके ठंडा क्या आप ज्यादा रोस्ट कर सकते है लेकिन ज्यादा रोस्ट करने के साथ ये समझ लीजिए कि नारियल का तेल छूट जाएगा ।
नारियल की चटनी जो है ना उसमें रेशे रेशे आएंगे ।
इसलिए कम रोस्ट करें और नाइफ से हाथ नहीं कटेगा ।
इसलिए चम्मच की बैक साइड इस्तेमाल करते हुए निकले ये वो हिस्सा जो आपके पास था ये वो हिस्सा जो आग से दूर यहाँ पर ही फर्क देखिये ।
ठीक है नो साइंस चटनी भी सीख ली नारे दोस्ती भी हो गयी ।
भगवान को याद कर लिया है ना ।
अब आप याद से चटनी बनाइएगा और याद से सब्स्क्राइब भी करती है वरना नारे भूल जाएंगे ।
डिटेल रेसिपी बारीकियों के साथ इंस्ट्रक्शन के साथ नीचे डिस्क्रिप्शन में दी हुई है ।
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