नमस्कार दोस्तों !
पिछले कुछ दिनों से देश में एक नया मुद्धा खड़ा हो गया है। इंडिया वर्सिज भारत। 5 सप्टेमबर की बात है। times now ने रपोट किया कि मोदी सरकार लाएकली एक रेजिलूशन लाने वाली है पारलेमेंट में देश का नाम बद बदलकर भारत नाम रख दिया जायेगा। ये खबर फैलते ही सोशल मेडिया पर कुछ लोगों ने साइड लेनी चालू कर दी। इंडिया भहतर हैं , नहीं भारत भहतर हैं। कुछ गोदी मेडिया एंकरों ने इस पर पोल्स चलाए हैं। पताइए अपने देश का � 70 साल बाद इस पर पोल्स चलाए जारे हैं कि देश का नाम क्या उना चॉईईइंगी। कुछ पॉलिटिशिन्स तो इस हथ तक पहुज गये कि उनहोंने कहना शुरू कर दिया कि एंडिया शब्ध ही एक गाली हैं जिसे अंग्रेजों ने दिया हैं। ये कहना था बीजे खुंटरूवर्सी के भीच यूनियन मिनिस्टर अनुराक थाकुर कहते हैं कि ये सब अफ्वाये हैं , इंडिया नाम हटाया नहीं जायेगा। तो सबाल यह उतता है कि यह मुददा फिर शुरू कियों हुआ ?
क्या असली कारण है इस खुंटरूवर्सी के पीचे ?
और आई ये समझते हैं आजके इस वीडियों में। असबै के एक बनी खबर आओप को पता दें। कि भारत और इंडिया में क्या फर्ट और क्या समाथ भाया ?
आसपाज के लिए चालिंज इंडिया ?
क्या भारत का नम बीजेपी रखेंगे ?
आपको बोलना हैं वाट फ अवा हो गय होते उडगाय होते। अबसे बहले एक चीस क्लिर कर लेते हैं कि देश का नाम अक्छुली में है क्या। मुझे यकिन हैं आप मैं से सब लोग जानते होगे लेकिन अगर कुछ लोगो को डाउट हो रहा हू इसमें तो उनके लिए क्लिर कर लेते हैं। इं� खौर से दिखिये यहाँपर क्या लिखा है। इंडिया दैटिस भारत। यह लिखा गया है हमारे कौन्सिटॉशन के इंग्लिश वर्जन। लेकिन सम्मिदान का अगर हिंडी वर्जन देखना हैं , तो उसकी पहली लाइन में लिखा है , भारत , अथार्थ , इंडिया , राजयों का संग होगा। अगर आप हमारे कौन्सिटॉशन का खुदका नाम देखो , तो इंग्लिश में इसे कहा घया है , पर इंदिया का अपना पर इंदिया। और इससे क्या बदचलता है ?
इससे बदचलता है कि वो महान लोग जिनोने हमें अजादी दिलाई उनहोंने दो नामों का इस्तिमाल किया है देश के लिए इंडिया और भारत भारत शब्त इसका इस्तिमाल किया गया जब भी इंग्लिश में लिखा गया .
और ये मेंशन सिरफ एक-दो बार नहीं किया गया बलकि बहुत सारी बार किया गया है .
कौन्सिटॉशन का आर्टिकल 52 , प्रेसिदेंट आउफ इंडिया , आर्टिकल 63 , वाईस प्रेसिदेंट आउफ इ अपको इंडिया या इंडियान शब्द का मेंशन नौसो बार से ज्यादा मिलेगा। इसके लावा देश के बुन्यादी इंस्टिटूशन सब और � aउर्गणाइजेशन सने इस नाम का इस्तिमाल किया है। इलेक्षिन कमिशन आउइंडिया इंडिया पीनल कोर् इ indian space research organisation अमारा इंडियन पासपू अगर आप देखोगे , उसके फरंट पेच पर क्या लिखा हुआ है , republic of india और इसके उपर क्या लिखा है हिंडि में ?
भारत गण राज्य हैं। तो इस पैटेन अप तक बहुत क्लियर हो जाना चीए आपको। कि हमारे देश का नाम जब इंग्लिश में लिखा जाता हैं , इंडिया इस्तिमाल किया जा रहा हैं। और जब हिंडि में हम लि� अच्छावों में दो अलग-अलग नाम का यूस करना कोई अजीप चीज़ नहीं हैं। कई देशों में एक आजाता हैं। चाइना देश को बाकी दुनिया चाइना करके पुकारती हैं। क्योओगी चाइना शब्ध इंग्लिश में इस्तिमाल किया जाता हैं। लेक अगर आप इसे इंग्लिश में लिखाओओा देखोगे तो आप इसे निपों करके प्रणाउन्स करोगे लिकिन असली प्रणाउन्सियाश्याश्यान इसकी निपों होगी .
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कुछ भी ?
बस शबदों की थोड़ी इदर उधर हेरा फेरी करी भाशा में इस मार कहां बन गया यह ?
ऐसा ही कुछ दोस्तो असाम के चीफ मिनिश्र और बीज़ेपी के पॉलिटिशञ हिमानता बिस्वा शर्मा ने ट्वीट किया रिपब्लिक औफ भारत रप्थ अपने प्राउड ये तुइएजीश्य के प्राउड ये प्राउड ये प्राउड अपसे इंडिया गन्राज्य हैं। दिखो मैंने एक नहाँ फ्रेज इन्वेंट कर दिया। फिलिंग प्राउड , फिलिंग प्राउड। लेकिन जोभी हो , मजाग मजाग में चलता हैं। मुझे कोई दिक्कत नहीं हैं अगर कोई शब्दों की इदर उधर हेरा फेर प्राइड की फिलिंग आ रही हैं , किसी को रिपब्लिक औब भारत में , किसी को भारत गण राजे में चलता है सबका अपना अपना हैं .
लेकिन प्रोब्लम तब शुरू होती है जब एक शब्द के खिलाफ नफरत फिलाना शुरू कर दो .
अपने ही देश के नाम क bjp politician harnad singh yadav ka kehna tha ki india shabd ek gaali hai jo angrejo ne hme diye hai .
तो ये india shabd ek angrejo ke dwara di hui hme khaali hai .
इसलिए india shabd jaana chahe hain .
ये कहना कि ये india shabd angrejo ne hme diya hai .
ये सरा सर जुटी खबर है जो इनके लवरा फ्लाई जारी हैं इसकी बात मैं आगे वीडियो में करूँगा। लेकिन इससे पहले सोच कर देखो ज़रा। यह इंडिया शब्ध जो करोडो देशवासियों के दिल में बसता है। ज अपना प्रदान मंत्री मोदी यहां आकशन लेंगे इस अंपी के खिलाफ ?
बल्कुल नहीं लेंगे !
क्योकि कुछ हफतो से उन्हें कुद इंडिया शब्त से इंटीड मचने लगी हैं !
जब से अपपोजिशन इलायनस ने अपना अकरोनिम इंडिया चूस किया अपनी अलायनस के लिए तब से परदान मंत्री मोदी कोद इस शब को बद्नाम करने में लगें। कुछ टाइम पहले इंके दुवारा स्टेटमेंट आई थी कि east india company , indian mujahideen , pfi ये सब भी इंडिया � अपने नामों में एक ओर सिनियर पॉलिटिशिन राजनाज सिंग का कहना था कि ये इंडिया नाम भुट खतरनाक है। ये कहते हैं क्यूकि जो फॉरमर प्राइमिनिस्टर वाजपाई जी थे उनहोंने स्लोगन दिया था शाइनिंग इंडिया का और वो हार गए और अपप चुस किया है तो उनकी हार तो निश्चित है। अप तग आप समझ गयो गए दोस्तो कि ये पूरा का पूरा तमाशा इंडिया और भारत के नामों को लेकर शिरफ और सिरफ इसले शुरू खुआ। क्योकि अपपॉजिशन अलाइन्स ने अपना नाम इंडिया रख लिय नाम से कोई प्रोब्लब नहीं। अगर इन्या पहले प्रोब्लब होई होती , तो ये अपनी सरकारी स्कीमोखा नाम इंडिया पर नारखते है .
दिजिटल इंड्या , मेकिं इंड्या , सकिल इंड्या , खेलो इंड्या .
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यह उनका काम हैं .
उन्हें इलेक्षण वोने देश के नाम को ही गाली देनी शुरू कर दिए। देश के नाम पर ही इनहों ने डिवाइड औं रूल खेलना शुरू कर दिया। कि लोगो को अभी तक तो बस हिंदू मुस्लिम में बाटते थे , अब लोगो को इंडिया और भारत के नाम पर भी बाटते लिए � सीधा कहना चाउंगा कि थोड़ी सी भी शरम आती है तुम लोगों को तुमहारा it सेर मुझे बहुत बद्नाम करने ही कुशिश करता है इंटरनेट पर अन्टी बीजेपी , अन्टी मोदी के लेबल से लगाता है और अभी तक मैं कहना चाउंगा कि जितने भी वीडियो तो वो पर परिजाए पर पर्टिसाइस किया हैं सरकार को .
और जब कभी मुझे लगा कि तोड़े भूद अच्छे काम किया हैं तो उसकी तारीफ भी कर गये .
जैसे कि रिन्यूबल इनर्जी के सेक्टर में हो , या सढ़के बनाने में हो , या गौल्स की मैरेजिबल ए� यह भी मैंने तारीफ करीथी। लेकिन अगर ऐसी हरकते रहेंगी तुमहारी , देश के नाम को गाली कहोगे , देश के नाम को बध्नाम करने के लिए फर्जी खबरे फिलाओगे , तो मैं खुल कर तुमहारा सिर्फ और सिर्फ अपपोजिशञ ही करूँगा। को बनाए बैठे है कि नहीं यार भारत नाम तो इसके पीछे कई और कारण है , कुछ और रीजन है ये भारत नाम को प्रमोट करने के लिए बेवकूफ मत बना ओपने आपको आज अगर आपपूजिशन एलायन्स का नाम भारत होता तो इं भारत नाम को भी गाली देना शु इन जूटों पर अब एक नज़ा डालते हैं जो जूट ये फेला रहे हैं सोशल मेडिया में इंडिया नाम को बद्नाम करने के लिए .
फॉरमर इंडियन क्रिकिटर और कम्ला पसंध के ब्रैंड अमबैश्डर विरिंदर सहवाग टॉइट करते हैं .
इंट्या पर लोंग विरिंदर सह्वाग टॉइट में लिखते हैं कि इन्हें बड़ी साटिस्फाक्षण मिलेगी अगर देश को भारत करके अडर्श की आज़ायेगा तो .
सह्वाग भाई , कभी कौन्सिटॉशन पढ़ा है , देश का नाम अलड़े भारत है .
इंडिया और भारत दोनो नाम क बार्ट की तरहें इंडिया नाम भी ज़ारो साल पूराना हैं। रिगवेद मंडल एक सुक्त श्लोक आट में सप्त सिंदू का जिकर देखने को मिलता हैं। इसका मतलब है सात रिवर्स या सात ट्रिबुटरीस सिंदू नदी की। अब बात कुछ ऐसी है कि उल्ड पर्शियन भाशा में सिंदू को हिंदू करके प्रणाउन्स किया जाता था। जोराज्टिय जणे हम अंडिया में पार्सी करके बुलाते हैं .
वो परशिया से आय थे यानी आज के दिन के इरान से .
और वो अपनी होली किताब में सब्त सिंधू को हप्त हिंदू करके मेंशिन करते हैं .
यहाँ पर ये नदी को रेफर नहीं कर रहे थे बलकी इस पूरे ज़ो सिंदू नदी का बेसिन था। और ये बात आथ से 3000 साल से भी ज्यादा पूरानी हैं। 1200 bc की हैं। साल 516 bc में पर्शियन आक्यामेनिदज़ डर्यस वन के अंडर सिंदू वैली को कॉनकर कर लेते हैं। आक्यामेनिदज़ उस अम्पायर का नाम था जो पर्शिया में परशिया में उन जमानों में हुआ करता था और दारियस वन इनके एक राजा थे .
जो ग्रीक लोग हैं उन्हें हिंड की नॉलेज पर पर परता था इनहीं आक्या मैंडित से .
और इनके डिलक्ट में जो एच की साउनड हैं वो प्रनाउनस नहीं करी जाती तो एच निचे अच नीचे घिर जाता है और सिंदू बन जाता है इंडस। गीक हिस्टॉरियन हेरोडोतिस की राइटिंग से में पर लिएमाच था है कि इंडस नदी में कैसे धेर सारे क्रोकोडाल जो बैज नहीं रहेते थे। और इसी में इंडिया और इंडियन को भी लिएमाच एक सो शताइस पेज पर लिखा है। there are many indian nations , none speaking the same language , some of them are nomads , some not .
जब तक 3rd century bc में macedonian राजा अलेज़ांडर इंडिया को इन्वेट करते हैं , तब तक इंडिया शब्त का अलेडि पर्योग किया जाने लग रहा था। इंडिया शब्द का उस रीजन को दिसक्राइब करने के लिए इस्तिमाल किया जाता था जो जोग्राफिक एरिया इंडस नदी के पार था मेगैस्थिन्स और लूसियं की राइटिंग से भी इसका मेंशन देखने को मिलता है फूर्श श्चुरी एडी के राउन्ड मि उसे आड कर दिया जाता है। स्तान का मतलब बेसिकली एक रीजन या कंट्री हो गया। और यहां से शब्द बनता है हिंडूस्तान। साल 262 a.d .
में नक्षे रुस्तम की इंस्क्रिपश्ण में दोनों का मेंश्चिन किया घया है। हिंडूस्तान और इंडस्लैंट� दुसरी तरफ भारत या भारत वर्ष शब्द का जो औरीजन हैं यह हमें देखने को मिलता है पुरानिक लिट्रेचर और महाभारत की एपिक में तो यहां यह कहा जा सकता है कि इंडिया , भारत , हिंध , हिंदू , हिंदुस्तान ये सारे शब्द हजारो साल से भी ज्या जब इसकोई पूराने हैं। वैसे अप आप भारत के इतिहास के वारे में और जानना चाते हैं , तो मैं आपको कुप्रूफम पर ये वाली आवडियो बुक रेकमेंड करूगा , ते शॉर्तेस्ट हिस्ट्री आप इंडिया इन हिंडि .
50 एपिसोट से ज्यादा , 9 ग कि हिस्टी के बारे में कुकुखुफम को नहीं जानते है एक बढ़िया आदियो लेरनिंग का प्लाट्फ़म है जहाँपर देर सारी ऐसी ही आदियो बुक्स आपको सुनने को मिलेंगे अल्मोश्ट हर टॉपिक पर यहाँपर आपको आदियो बुक्स मिलेंगे � 50 , kuku fm के पहले महिने के सब्स्क्रिपशण पर 50% आफ पाने के लिए। इसका लिएक निज़े दिस्क्रिपशण में मिल जाएगे। अब अपने टॉपिक पर वापस आपते हैं। हिंद , हिंदू और हिंदूस्तान पर्शिन से निकला और इंडिया ग्रीक से निकला। लोगों को यहाँपर इस बात से प्रोबलम होती है कि यह शब्द फौर्रेनर्स के द्या गया है तो इस केस में में कहना चाहूँगा कि हिंदूस्तान शब्द का भी इस्तिमाल करना वंद कर दो अपने आपको हिंदू बुलाते हो हिंदू भी मत बुलाओ क्योकि अपने प्रिकेट क्या खेल रहे हो ?
ये तो बिरिटिष्ट के दौवारा दिया गया गेम है भई .
और ज़िया आपने शुरू किया है , इंटरनाशनल स्कूल उसमें इंगलिश क्यू पढ़ा रहे हो ?
इंगलिश तो फौरन भाशा है .
आज्चुली ये कोट पैंट प मेरी दो रिक्वेश्ट हैं हापर कम्ला पसन के अमबैश्डर से कि पहले तो सेवाग भाई ये सरोगेट अडवेटिसमेंट करना बंद करदो गुटका की देश की इतनी ही चिन्ता है तो देश वासीं की चिन्ता करो पैसे के लालच में आकर ऐसी हानी कारग चीजे ना आपको भारत नाम यूस करना है तो फ्रीली करो आप किसी ने मना नहीं किया। भारत इंडिया का वोन अफ़िशल नेम्स है लेकिन देश के दूसरे अफिशल नाम के खिलाफ नफरत मत फेलाओ। याद करो जब आप इंडिया की जर्सी पहनते थे बड़े-बड़े ले� क्या आपको शर्म आती थी वो पहनने में ?
मैज के दुरान क्रिकीट की फिल्ड पर जब आप बैटिंग करते थे और करोडो फैन्स ट्रेडियम से इंडिया , इंडिया , इंडिया करके चिलाते थे क्या आपको बुरा लगता था इंडिया नाम सुनकर ?
नहीं मतलब हो यहूंदूस्थान होल। ये सब देश के प्यारे नाम है और कोईभी एक दुस्थरे से बढ़ड़कर नहीं है। यही कारंथ है ह�� कहते हैं हिंदूस्थान। जिंदा displacement हम ग leah tere साइ जहां से अज्छाайн जिंदुस्तान हुमारा। हम कहते हैं भारत माता कि जै जै भारत !
और हम कहते हैं , i love my india !
हर सच्चा भारतिये कभी भी इन नामों को लेकर एक दूसरे से लड़ेगा नहीं और किसी भी नाम को बद्नाम नहीं करेगा .
ये पूरी दिवाइड औं रूल की कौन्तरुवर्सी जो फेलाई गयी है देश में .
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