ऍम यू आप सभी ने सुना होगा कि कुछ लोग डाइटिंग से वेट लॉस कर रहे हैं ।
कुछ लोग एक्सरसाइज से वेट लॉस कर रहे हैं ।
पर क्या कभी किसी ने सुना है कि स्लीपिंग से भी वेट लॉस होता है ?
जी हां सोने से वेट लॉस होता है , फॅमिली होती है पर ये कैसे होती है ?
मैं डाॅॅ आपको इस विडियो में इसकी पूरी जानकारी दूंगा ।
इससे पहले मेरा रीसिन ली एक विडियो पब्लिश हुआ है जिसमें मैंने बताया था ईटिंग से वेट लॉस कैसे होता है ?
साइंस ऍम वेट लॉस उसका नाम है ।
उसके ॅ पाँच में मैंने बोला था की मैं एक विडियो बनाऊंगा , स्लीपिंग में कैसे वेट लॉस होता है ।
तो अगर आपने वो वीडियो नहीं देखा तो उसको जरूर देखिये तो क्योंकि वहाँ से ही जो विडियो खत्म हुआ था वहीं से ये विडीओ शुरू होगा ।
तो चलिए देखते हैं स्लीपिंग कैसे हेल्प करती है ।
हमारे फॅमिली और वेट लॉस में रीसिन ली एक स्टडी आई थी जिसमें बोला गया था कि जो लोग ज्यादा अच्छी स्लीप लेते हैं यानि की आठ से दस घंटे की स्लीप लेते हैं ।
रात को उनका वेट लॉस और ऍम ज्यादा अच्छा होता है बजाए उनके जिनकी स्लीप लिस्ट होती है ।
फोर टू फाइव और की होती है तो इसका कैसे था ।
मैंने आपको लॅा विडीओ में बताया था कि कैसे इंस्टाॅल बर्निंग और वेट लॉस नहीं हो सकता क्योंकि जब इंसुलिन है तो समझो ग्लूकोस है ।
ब्लड स्ट्रीम में तो जब आप रात को सो रहे हैं मतलब खाना खाने के बाद जब आप सो रहे हैं तो वो ओवर नाइट स्लीप में आपके पास जितने ग्लूकोस मुँह हैं वो सब ऑलमोस्ट अपनी अपनी जगह बन हो चुके हैं ।
और जितनी एनर्जी हमारे रात के लिए हमें चाहिए वो सब फॅसा है तो क्योंकि हमने कुछ खाया नहीं हुआ ।
ग्लूकोस की फॉर्म नहीं है इसलिए इंसुलिन भी नहीं है ।
तो जब इंसल्ट नहीं तो एनर्जी कौन पूरी करेगा ?
हमारे फॅमिली इस तरह से होती है ।
रात को जब हमारा ग्लूकोस को वो बर्न करता है तो नॅान आता है कि जब हम सो रहे होते हैं तो एक ग्रोथ हॉर्मोन रिलीज होता है जो की फॅमिली के लिए रिस्पॉन्सिबल होता है ।
पर इसके उल्टा देखते हैं जब हम काम स्लीप लेते हैं ।
यानि की लो स्लीप की वजह से एक हॉर्मोन ट्रिगर होता है जो कि कॉर्टिसोल कोर्टिसॉल एक ऐसा हॉर्मोन है जो स्ट्रेस हॉर्मोन है ।
वो बौडी को प्रिपेयर करता है फॅार्म करने के लिए वे किंग के लिए फ्यूल बचा के रखे तो जब कॉर्टिसोल होता है वो फॅस स्टोर करवाता है ।
यानी की ग्रोथ हॉर्मोन के उल्टा काम करता है ।
कॉर्टिसोल तो कॉर्टिसोल के पास बहुत ज्यादा ऍर होने की वजह से एक ग्रोथ हॉर्मोन पर भारी पडता है और सारा दिन उसकी वजह से हमारी बौडी स्ट्रेस में जिसकी वजह से और सारा मॅाम डिस्टर्ब हो जाता है ।
नॅान बात करते हैं दो इंपॉर्टेंट हॉर्मोन की जो हमारी स्टार वेश इनको हंगर को इन्क्रीज करते हैं और डिक्री करते हैं यानि की एक है दूसरा काम करता है वो दो हॉर्मोन कौन से हैं पहले ग्रेलिन दूसरा ऍम ग्रेलिन हॉर्मोन को हंगर हॉर्मोन भी बोला जाता है यानी कि ये हंगर को बढाता है और लाॅन हॉर्मोन को बोला जाता है ।
फॅस टर हॉर्मोन हॉर्मोन फुलनेस फूलने इसका मतलब वो मैं बताता है कि पेट फुल हो गया और वो हंगर को स्टॉप लगता है ।
अब सोचिए अगर इन दोनों हॉर्मोन का बॅास बिगड जाए तो बौडी पे कितना बुरा असर होगा ।
तो देखते है स्लीपिंग लो स्लीप के बारे में बताऊंगा क्योंकि लो स्लीप ही इनको आॅर्ट करती है तो लो स्लीपिंग ॅ क्या होता है ?
इन दो हॉर्मोन पे ग्रेलिन जोकि हंगर हॉर्मोन है कम सोने से वो बढ जाता है ।
इसी की वजह से हम ओवर ईटिंग करते हैं क्योंकि ये हंगर हॉर्मोन में बार बार हंगरी फील करवाता है तो दूसरे और क्या होता ?
ॅ जोकि हमारी भूख पर रोक लगता था वो हॉर्मोन कम हो गया , डिक्री हो गया तो रोक लगाने वाला कोई राय नहीं जैसे अब ये ऍम हॉर्मोन था , फुलनेस हॉर्मोन था तो अब जब मम्मा जैसे आपके मदर हैं वो आप पर रोक लगाते हैं किसी चीज पर अगर वो घर पर ना हो तो आप भी किस तरह से इधर उधर जाके सब कुछ खाना शुरू कर देंगे ।
वैसे ऍम क्या करता हैं लीड टो ओवर एक्टिंग अगर ये काम हो जाये हॉर्मोन तो ओवर ईटिंग कॉल करते हैं जिसकी वजह से हमारा वेट पडता है और ऍम नहीं होती ।
ऍम बात करते हैं कि गुड डीप स्लीप लेने से हमारी बौडी पर क्या असर पडता है ।
कैसे फॅस करती है वो ?
जब हम सही तरीके से सोते हैं तो सारे मसल मुँह पे होते हैं यानि की मशीनरी जो कि सारा दिन यूज होनी है वो रिपेयर होती है ।
उसकी वजह से क्या होता है ।
सारा दिन एनर्जेटिक फील करते हैं और अपने ॅ को सही से यूस कर सकते हैं ।
और इन क्रीस ऍम होने की वजह से मारा ग्रोथ हॉर्मोन रिलीज होता है ।
ग्रोथ हॉर्मोन जब रिलीज होता है वो स्ट्रेस को डिक्री करते हैं ।
मैंने आपको फर्स्ट पॉइंट में बताया था कि ग्रोथ हॉर्मोन उल्टा है ।
कॉर्टिसोल का तो जो कॉर्टिसोल है वो स्टाॅर्म ओन दोनों आपस में एक उल्टा काम करते हैं ।
जब ग्रोथ हॉर्मोन इन्क्रीज होता है तो स्टाॅर्म ओन डिक्री हो जाता है ।
स्टॅाफ होने की वजह से हमारी फॅमिली हो जाती है क्योंकि हमें एनर्जी चाहिए होता है ।
सारा दिन काम करने के लिए वो एनर्जी यूस करने में हम अपनी ॅ बंद करते हैं ।
वो तभी पाँ सबल हो सकता है जब हम एक अच्छी डीप स्लिप ले ।
तो अब आपने देखा कि कैसे कितने सारे फॅमिली के सोते हुए हमारा वेट लॉस और ऍम करवाते हैं तो कितना ईजी और अच्छा मॅन है हमारी फॅमिली का ।
आप भी इसी तरह अपनी स्लीप को स्ट्रेस फ्री और डीप स्लीप बनाइए और ऍम करिए ।
इसी तरह के हेल्थी विडियो पाने के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब कीजिए और इस विडियो को ज्यादा से ज्यादा लाइक और शेर कीजिये