नमस्कार मित्रों मैं योगाचार्य तारादत्त स्वागत है आपका सिद्धि योगा मैं आज हम लोग प्रारंभ करने जा रहे हैं अपने शुरुआती योग अभ्यास के पहले दिन का ।
यानी की बस मुँह का ।
हमारा फर्स्ट तो दोस्तों अपने शरीर और मन को बाद लीजिये ।
मान को पक्का कर लीजिये ।
स्वयं को चुनौती दीजिए कि तीस दिन तक आपको योग अभ्यास मेरे साथ में करना है ।
तो चलिए बिना देरी किए शुरू करते हैं ।
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पैरों को अच्छे से हिला लें ।
पैर को बहुत ही अच्छे से हिलाएं ताकि आपके पैरों की तरफ रक्त का संचार और ऊर्जा का संचार लगे ।
आपने जोडो को आराम की अवस्था में ले जाए , ऍप्स करेंगे ।
मांसपेशियों को भी पूरा सिथिल छोडेंगे ।
यानी कि राॅक स् करेंगे बहुत अच्छे ।
अब यहाँ से पीठ को सीधा रखकर के हमने बैठना पैर सीधे ही रहेंगे ।
पंजो को पास में लेके आ जाए ।
यदि आपका मेरूदंड सीधा नहीं रह पाता है तो ऐसे में आपको नीचे की तरफ से कोई गड्डी , कम्बल या कुशन कुछ आप नीचे से रख सकते हैं ।
वो थोडा सा मोटा होना चाहिए ।
लगभग दो से तीन इंच मोटा हो जिससे आपके मेरूदंड को सीधा रखने में सहायता मिले ।
उसके बाद आपको नितम्बों की मांसपेशियों को बाहर की तरफ को करना है ताकि नीचे खुले की हड्डी आरामपूर्वक जमीन से लग जाए ।
अब यहाँ पर हाथों को पीछे की तरफ लेके जाए ।
हथेली आपकी अन्दर की तरफ रहेगी यानी की आपकी उंगलियां आपके सामने की तरफ को देखेगी ।
कंधों को गोल घुमाना है , हथेलियों पर दबाव बनाए और मेरूदंड को ऊपर की तरफ को उठाएंगे ताकि आपकी पीठ सीधी बनी रहे ।
अब अपना पूरा ध्यान अपने पैरों की अंगुली पे लेके जाए ।
हम लोग करने जा रहे हैं पादांगुल्योर्नखानि अब यहाँ से अपने पैरों की उंगलियों को देखें और उन्हें फैलाने की कोशिश करें ।
एक एक करके सारी उंगलियों को अच्छे से फैला लें और उंगलियों को अपने चेहरे की तरफ खींचने की कोशिश करे ।
स्वास्थ को भरेंगे यहाँ पे और स्वास्थ को छोडते हुए ।
अब उंगलियों को आपने बाहर की तरफ यानी की आगे की तरफ अच्छे से खींचना है ।
फिर से स्वास्थ को भरते हुए उंगलियों को अंदर खींचे और अच्छे से फैलाएं ।
ध्यान आपका उँगलियों के साथ ही टिका रहेगा ।
अविश्वास को छोडते हुए उंगलियों को आगे की तरफ खींचे बहुत अच्छे यही प्रक्रिया को हम दोहराएंगे ।
स्वास्थ को भरते हुए उंगलियों को खींचें ।
श्वास को छोडते हुए आगे की तरफ को खींचेंगे ।
स्वास्थ को भरते हुए अंगुलियों को चेहरे की तरफ लाएँ ।
श्वास को छोडते हुए उँगलियों को आगे की तरफ कीजिये ।
वापस से श्वास को भरते हुए उँगलियों को चेहरे की तरफ लाये ।
विश्वास को छोडते हुए अंगुलियों को आगे की तरफ खींचे दो बार और करेंगे ।
विश्वास को भरते हुए अंगुलियों को चेहरे की तरफ लाये ।
विश्वास को हुए आगे स्वास्थ को भरते हुए उंगली चेहरे की तरफ स्वास्थ को हुए आगे इस तरह से हमारा पादं गाली नमन होगा ।
अब इसके बाद हम लोग करने जा रहे हैं गुल्फ नमन गुल्फ नमन के लिए अपने अपनी एडियों पर खिंचाव देना है ।
को आगे की तरफ खींचेंगे और अपने पूरे पंजे को आप अपने चेहरे की तरफ खींचेंगे ।
पहले हमने खाली अंगुली खींची थी ।
इस बार पूरे पंजे को खींचने का प्रयास करें ।
स्वास्थ को भरें और स्वास्थ को छोडते हुए पंजे को सामने की तरफ खींचे ।
जितना खींच सकते हैं पंजे को सामने की फिर से स्वास्थ को बढते हुए पंजे को ऊपर की तरफ को खींचेंगे के पीछे से पूरे पांव के पीछे वाले हिस्से से अच्छा सा खिंचाव लेके आएंगे और स्वास्थ को हुए पंजे को आगे की तरफ खींचेंगे ताकि आगे की तरफ से पाँच के खिंचाव बनने लगे ।
वापस से स्वास्थ को भरेंगे और स्वास्थ को बहुत अच्छे स्वास्थ को भरेंगे ।
विश्वास को छोडेंगे ।
स्वास्थ को भरते हुए वापस से खींचेंगे ।
स्वास्थ को हुए पंजे को आगे की तरफ लेके जाएंगे ।
स्वास्थ को भरते पंजे को अंदर लाएंगे ।
स्वास्थ को पंजे को आगे को लेके जाएंगे ।
एक बार और स्वास्थ को भरते पंजे को अंदर लाए ।
विश्वास को हुए पंजे को आगे की तरफ लेकर आप यहाँ से हम लोग चक्र करेंगे यानि कि पंजों को गोल घुमाएंगे ।
इसके लिए हमने सुई की दिशा में पंजो को गोल घुमाना है ।
स्वास्थ्य स्वास्थ्य पहले की तरह ही चलती रहेगी यानी कि स्वास्थ को भरते पंजो को अंदर लाएंगे घुमाते हुए और स्वास्थ को छोडते हुए घूमते हुए आगे की तरफ लेके जाएंगे बहुत अच्छे चलिए करते रहिएगा ।
स्वास्थ्य और प्रश्वास के साथ ये अभ्यास आपका चलता रहेगा ।
स्वास् को भरते ऊपर छोडते हुए आगे विश्वास को भरते हो पर छोडते हुए आगे बहुत अच्छे ।
चलिए अब यहाँ से विपरीत दिशा को घुमाएंगे विश्वास को भरते ऊपर छोडते हुए आगे स्वास्थ को भरते हो ऊपर छोडते हुए आगे आपका ध्यान पूर्ण रूप से आपके पंजों की गति पे बना और खास कर आपको अपना ध्यान अपने टखने पे लेके जाना ।
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इसके बाद अपने बाएं हाथ से अपने बाएं पंजे को पकडे दाएँ हाथ से अच्छा सहारा यहाँ पे दें और टकने को आगे की तरफ गोल घुमाया ।
जब आप अपने हाथ से टकने को गोल घुमा रहे हैं तो टकने को आपने एकदम से ढीला छोडना है तो पूरी तरह से टकने को ढीला छोड दे और हाथ के द्वारा टकने को घुमाने दे ।
आप में से कुछ लोगों के साथ ऐसा होगा कि बार बार टक ना अपने आप घूमना चाह रहा हो तो उसके लिए आपको पूरा का पूरा ध्यान अपने टकने पर बना के रखना है ।
चलिए अब विपरीत दिशा की ओर घुमाइए जितना बडा गोला हो सकता है हाथ के द्वारा तकनीको पकड करके आपने गोल आकृति में इसे घुमाना है ।
अब यही प्रक्रिया हम लोग दूसरे पांव से करेंगे ।
अपने बाएं पांव को मुँह दाई जगह के ऊपर रखें ।
आप दाएं हाथ से बाएं पैर को पकडेंगे और आगे की दिशा पे गोल घुमाएंगे ।
यहाँ भी ध्यान देना है ।
आपने की टकने को एकदम से ढीला छोडना है ।
पैर नहीं घूमेगा आपका हाथ आपके टकने को घुमाएगा ।
ध्यान रखिएगा कि पैर नहीं घूम रहा है ।
आपका हाथ आपके टकने को गोल आगे की तरफ घुमा रहा है ।
तो इस तरह से जितना बडा गोला हो सकता है बनाएंगे और फिर गोल आकृति में इसे वापस विपरीत दिशा में घुमाना शुरू करेंगे ।
इस दौरान आपको दाएं पाँव को भी सीधा करके रखना है ।
दाएं पांव कैसे तेरा नहीं होने देना गिरना नहीं है ।
दाएं पाँव को भी आपने सीधा बना के रखना है ।
योग के द्वारा हम शरीर के प्रत्येक अंगों में सजकता लाते हैं , रक्त के संचार को बढाते हैं , ऊर्जा के संचार को बढाते हैं , बहुत अच्छे हैं ।
अब ये होने के बाद आपने पैर को सीधा कर लेना है ।
अब यहाँ से आपने दाएं पांव को मारना है , बाएं पांव को सीधा रखेंगे ।
जगह के पीछे से पकडेंगे मेरूदंड को सीधा बनाने का प्रयास करें ।
फिर श्वास को भरते हुए दाएं पांव को ऊपर ले के जायेंगे जितना लेके जा सकते हैं और स्वास्थ को छोडते हुए दाएँ को नीचे लेके आएंगे तो यही प्रक्रिया को हम लोग और दोहराते हैं ।
विश्वास को भरते हुए ऊपर ले के जायेंगे छोडते हुए नीचे हुए ऊपर हुए नीचे विश्वास को भरते हुए ऊपर बहुत अच्छे स्वास्थ को हुए नीचे विश्वास को बढते हुए ऊपर विश्वास को हुए नीचे अब यहाँ से हम लोग को बदलेंगे ।
बाएं पाँव को धीरे से जगह के पीछे से पकडने का प्रयास करें और दाएं पांव को सीधा रखने का प्रयास करेंगे ।
श्वास को हुए धीरे से बाएं पांव ऊपर ले के जायेंगे और स्वास्थ हुए नीचे लेके आएंगे फिर से श्वांस को भरते हुए , बाईपास के ऊपर विश्वास को छोडते हुए , नीचे विश्वास को भरते हुए , ऊपर विश्वास को छोडते हुए , नीचे श्वांस को भरते हुए ऊपर विश्वास को छोडते हुए नीचे ये तो हमारा जानू नमन अब धीरे से बाएं पापा को भी नीचे लेके आएंगे ।
फिर से हम लोग दाएं को मोडेंगे तो दाएं पाँव को बाहर की तरफ और उसके बाद पंजे को अन्दर की तरफ मोड के लाना है और बाएं जगह के ऊपर रख देंगे ।
आप यहाँ पे हम लोग अर्ध तितली आसन का अभ्यास करने जा रहे हैं जिसमें बाया पांव आपका सीधा है और दाहिना मुडा हुआ है ।
अब अपने दाहिने पंजे को अच्छे से पकडे और दाएं हथेली को दाएं जगह के ऊपर पे टिकाएं और हल्का सा दबाव बनाना शुरू करें ।
एक बार अच्छा सा दबाव बनने लग जाए आपकी हथेली से ।
इसके बाद अपने पैर को इस तरह से ऊपर नीचे हिलाना है ।
तितली के पंखों की भांति इसे हम लोग ऊपर नीचे हिलाते हैं ।
इस अभ्यास को हम लोग अर्ध तितली आसन कहते हैं ।
ध्यान रखेंगे दोस्तों आपका हाथ आपके घुटने के पास नहीं आता है ।
आपका हाथ आपके जगहा के ऊपर पर बना रहता है ।
आरामपूर्वक श्वास प्रश्वास चलती रहेगी सामान्य रूप से और अभ्यास का आनंद ले चलिए अब यही प्रक्रिया को हम लोग बाई तरफ से करेंगे ।
दाएं पांव को सीधा कर दें और फिर बाएं पंजे को बाहर को गिराते हुए अपने ऊपर की जो हड्डी है फीमर बोन जिसे कहते हैं इससे बाहर की तरफ घुमाते हुए आपने इस वाले पाँव को भी मोडना है ।
तो इस तरह से विधि की को जान करके अगर आप जाएंगे इससे पाँव को हमने मोटा फिर फिर ऊपर लेके आए ।
ऐसे में आपका खुलेगा जोड अच्छे से खुल जाता है जिससे रक्त का संचार उर्जा का संचार पैरों में और भी बढने लगता है ।
यानी कि आपको ज्यादा ज्यादा फायदे अभ्यास के मिलते हैं ।
चलिए अब यहाँ पर बाएं हाथ को जगह के ऊपर रखे हैं ।
दबाव बनाया तेली से और उसके बाद पैर को ऊपर नीचे हिलाएंगे स्थिति का आनंद ले ।
श्वास प्रश्वास आपका सामान्य रूप से चलता रहेगा ।
ध्यान रखेंगे एक रिदम पे आपको पैर के ऊपर नीचे ही लाना बहुत ज्यादा तेजी नहीं दिखानी है और बहुत ज्यादा अपने ढीला भी नहीं रहना है ।
मेरूदंड को एकदम से सीधा रखना है ।
मान मस्त सिक्स को एकदम से सजक बनाके रखना ।
चलिए अब इस वाले पाँव को भी धीरे से हम सीधा कर देते है ।