हमारा देश आगे तो बढ रहा है ।
मेहनत तो कर रहा है लेकिन आज भी यहाँ पे बेरोजगारी और गरीबी की कमी नहीं है ।
बहुत से सपने हर रोज टूटते हैं ।
बहुत से लोगों के पास काम नहीं है , इनकम नहीं है , मुँह नहीं कमाएँगे नहीं तो खाएँगे कैसे , कैसे आगे बढेंगे , कैसे पढेंगे , कैसे कुछ करेंगे ?
दो हजार इक्कीस के एक सर्वे के हिसाब से हमारे देश में साढे पाँच करोड लोग ऍम प्लॉट है ।
इसलिए आज के इस विडियो में मैं अपने व्यूअर के लिए एक ऐसी इनकम हाँ पर टूंटी ले के आया हूँ जिसमे ग्रोथ का कमाने का बहुत स्कोप है और उसको शुरू करने के लिए आपको कोई महान डिग्री नहीं चाहिए ।
आपको कोई इन्वेस्टमेंट नहीं चाहिए , आप घर बैठे उसको शुरू कर सकते हैं ।
दोस्तों प्रणाम , मेरा नाम , हिम मैदान और आपकी ग्रोथ को सिंपल िफाइड करना है ।
मेरा काम पिछले दस साल से मेरी हर विडीओ का एक ही मकसद है कि आप वो जिंदगी जी पाओ जो आप जीना चाहते ।
इसलिए आज के इस वीडियो में एक बहुत शानदार बहुत बडी इनकम पर टूंटी आपके साथ शेयर कर रहा हूँ जो ॅ मार्किटिंग ।
आज के इस वीडियो आपको पता चलेगा कि अफिलिएट मार्केटिंग का स्कोप क्या है ?
फॅमिली मार्किटिंग होता क्या है ?
ये बिजनिस मिडल काम कैसे करता है ?
इंडिया में कौन कौन से अफिलिएट प्रोग्राम है वो आपको बताऊंगा और एक प्रोग्राम को हम डिटेल में समझेंगे जो है आप आम आदमी पार्टी की बात नहीं कर रहा ।
आप आपके साथ आपकी बात करूँगा ऍम उसको डिटेल में समझेंगे क्या ऍप्स उसके अंदर एक बिजनिस बिल्ड करने का और लाखों कमाने का और टूटोरियल भी दूँगा ।
आपको स्टाॅल मिलेगा ऍम क्या फायदे हैं और इस बिजनिस के क्या नुकसान हो सकते हैं ?
फॅमिली मार्किटिंग आपके लिए बढिया इनकम पर टूंटी हो सकती है ।
इसके स्कोप को समझो ग्लोबली ये बारह बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री इक्यासी पाॅड अपने प्रमोशन के लिए अफिलिएट मार्किटिंग पे डिपेंड करते हैं ।
आॅईल असोसीएशन इंडिया के हिसाब से दो हजार पच्चीस तक अफिलिएट मार्केटिंग का इंडिया जो इंडस्ट्री साइड है वो आठ सौ पैंतीस मिलियन डॉलर हो चुका होगा और क्यों ना हो जिस देश में पचहत्तर करोड इंटरनेट यूजर है , जहाँ भी कमर तेजी से ग्रो कर रहा है , हर चीज इंटरनेट पे आ रही है वहाँ अफिलिएट मार्किटिंग ग्रो करेगा ही करेगा ।
मैं खुद पिछले कई सालों से अफिलिएट मार्केटिंग कर रहा हूँ और अफिलिएट मार्किटिंग से कमा रहा हूँ तो स्कोप हमें क्लियर है ।
अब हमें समझना है कि अफिलिएट मार्किटिंग क्या होता है ?
कौन से प्लेटफॉर्म यूस करना है ।
कैसे इसमें बिजनिस बिल करना है तो क्या हो ?
फॅमिली मतलब क्लोस असोसीएशन मार्किटिंग मतलब किसी चीज के बारे में लोगों को बताना तो फिलिट मार्किटिंग मतलब किसी चीज के साथ क्लोजली एसोसिएटिड हो के लोगों को उसके बारे में बताना ।
अब ऍम पल से समझाते हैं आपके किसी दोस्त ने आपको बोला कि यार मैंने फोन लेने की सोच रहा हूँ तू साॅस करना तू बता सलाह दे कौन सा फोन लूँ आप उसे एक दो सवाल पूछते हैं कि तेरा बजट क्या है , कौन से फीचर तेरे लिए इंपॉर्टेंट है , क्या है जो तुझे फोन में चाहिए ही चाहिए उसके बेस पे आप उसको सजेस्ट करते हो , आईफोन ले ले अगर तेरा इतना बजट ऍम फोन ले ले ।
उसने कहा बहुत बढिया सलाह उसमें मार्किट में जाके फोन ले लिया तो आपके दोस्त ने जाके जब मार्किट से फोन लिया तो क्या उस कंपनी ने आपको पैसे दिए ?
नहीं ना ।
बट सोचो कि हर बार आपके कहने पे किसी ने जब कोई प्रोडक्ट लिया तो आपको पैसे मिले ।
जब आपने किसी को बोला कि ये शेवर अच्छा है , तू ले ले उसने लिया और आपको पैसे मिलेंगे ।
कपडों का ब्रांड अच्छा उसने लिया आपको पैसे मिले , ये सी अच्छा उसने लिया और आपको पैसे मिले ।
हमारे घर वाले तक चलते हैं ।
फिर ऐसे यही सलाह दे जाते हैं भाई साहब हमने वो खरीद लिया ।
आप भी लोग बहुत बढिया वॉशिंग मशीन में हमारी बडी आप भी यही चीज जब लोग चलते फिरते करते हैं तो इनकम पर टूंटी नहीं बनती ।
लेकिन यही चीज जब लोग ऑनलाइन करते हैं तो लाखों कमाते हैं ।
यही चीज जब ऑनलाइन होती है उसको ॅ मार्किटिंग कहते हैं ।
ऑनलाइन मतलब आपने किसी ब्लॅक के थ्रू किसी साइट के थ्रू किसी विडीओ के थ्रू ॅ के थ्रू इंस्टग्राम की पोस्ट के थ्रू फेसबुक के थ्रू ईमेल के थ्रू लोगों को हेल्प करी राइट प्रोडक्ट तक पहुँचने में लोगों को सलाह दी ।
अच्छे प्रोडक्ट के बारे में लोगों की कंफ्यूज उं लोगों को प्रोडक्ट साॅस करे ।
जब लोग वो प्रोडक्ट खरीदते हैं तो आपको एक कमिशन मिलती है ।
आपको प्रोफिट का एक शेर मिलता है तो एडिटर साहब एक ड्रम बताइए और फिर ऍम बनाइए तो फॅस ठीक है ब्लॅड एक फिलिट माँ इटर और कस्टमर ब्लॅड अपने प्रोडक्ट का लिंक अफिलिएट माँ िटर को देता है ।
अफिलिएट माँ िटर वो लिंक लोगों को देता है ।
जब लोग उस लिंक पर क्लिक करके प्रोडक्ट को खरीदते हैं तो उस प्रोडक्ट की जो वैल्यू है उस वैल्यू का एक पर्सेंट इज अफिलिएट मार्कीटर को ऐसा कमिशन मिलता है ।
मतलब कुछ प्रॉफिट में से शेर फॅार को मिले तो आप देख सकते हो कि एक नो और लो कुँआ आप अपने मुँह के साथ इसको शुरू कर सकते हो ।
कम्प्लीटली डिजिटल है , आप कहीं से भी इसको कर सकते हो ।
ॅ कम फॅमिली लो रिस्क है क्योंकि आपको कोई अपना गा्रउंड नहीं बनाना ।
प्रोडक्ट नहीं बनाने को वेयर हाउस नहीं बनाने , कोई कुरियर नहीं देखने , लाजिस्टिक्स नहीं देखने दूसरे का प्रोडक्ट है , दूसरे के लॉजिस्टिक है , दूसरे की सप्लाई है , दूसरे कॅालिंग है ।
आप सिर्फ एक मिडल मन हो इसलिए ये कम्प्लीटली लोरिस्ट उं ।
अब फॅमिली एट मार्किटिंग आपको पूरी तरह से क्लियर हो चुका होगा ।
अब अफिलिएट मार्केटिंग के लिए कई सारे प्रोग्राम होते हैं ।
इंडिया में कौन से लीडिंग प्रोग्राम ऍर मेकमाइट्रिप फॅमिली वैसे तो आप किसी भी अफिलिएट प्रोग्राम का पाँच बिजनिस के जो स्टेप्स है बिजनिस बिल्ड करने के , कमाने के इनकम ग्रो करने के स्टेप्स हर अफिलिएट प्रोग्राम के लिए सेम रहेंगे ।
लेकिन इस विडियो में मैं बात कर रहा हूँ फॅमिली प्रोग्राम की ।
आप काॅप को समझो उसके बाद किसी भी अफिलिएट प्रोग्राम में उसको यूस करो ।
ऍम पाल इसलिए ले रहा हूँ बडा ब्लॅड है लोगों को ऑलरेडी उस पे ट्रस्ट है ऑलरेडी लोग वहाँ पे प्रोडक्ट खरीदते हैं ।
अठारह करोड लोग इंडिया में फॅसे प्रोडक्ट लेते हैं और मैं खुद फॅमिली हूँ तो मुझे उसका एक्सपिरियंस दिया जो आपके साथ शेर भी करते हैं तो मैं आपको बताऊंगा ।
छह ऍप्स जिससे आप अपना ऍम बिल्ड कर सकते हो ।
उसके बाद आपको मैं गाइड भी दूंगा कि कैसे ॅ सिस्टर करना है ।
कैसे अपना अकाउंट बनाना है वो सब भी आपको दूंगा तो पहले छह स्टेप्स को समझते हैं ।
पहला जो स्टेप है वो है फाइन और मतलब आपका फोकस आपॅरेशन आपकी ॅ दुनिया में हजारों लाखों प्रोडक्ट है ।
आप किस आॅडिटर बनना चाहते हो , फॅमिली मार्किटिंग करना चाहते हो या फिटनिस फ्री को आपको फिटनिस का शौक है तो आप फिटनिस की मशीनरी फिटनिस इक्विपमेंट , ॅ फिटनिस फूट इनका फिलेट करना चाहते हो या आपको इलेक्ट्रॉनिक्स का शौक है ।
आपको रीडिंग का शौक है ।
आप बुक्स टॅबलेट करना चाहते हो ।
अब यहाँ पे आपका सवाल होगा कि हिमेश भाई इतना कॉम्पिटिशन है हर प्रोडक्ट में हर कॅटेगरी में तो हम अपनी नीच ढूंढे ।
कैसे एक्सॅन कैसे ढूंढे तो यहाँ पे मैं आपको एक टेबल दे रहा हूँ ।
ये टेबल जब आप बनाओगे ना तो आप नीच के साथ माइक्रो निचे ढूंढ पाओगे ।
माइक्रो निचे वो सलूशन है जिससे आप कंपिटिशन को किल करके एक अच्छा स्टार्ट कर सकते हो ।
मैं टेबल के साथ आपको एक्सप्लेन करता हूँ ।
टेबल आप भी बनाना इससे आपकी कन्फ्यूजिंग होंगी और आपको एक अच्छा स्टार्ट मिलेगा ।
तो एक तो आप बना सकते हो टेबल के ऊपर आप लिखो निष् और उसके बाद सेकंड कॉलम में लिखो माइक्रो निष् और फिर ऑडियंस अब होगी वो जनरल होगी फॅस में बहुत कम्पिटिशन होगा इलेक्ट्रॉनिक्स में कई तरह की ऑलरेडी लोग अफिलिएट मार्केटिंग कर रहे होंगे तो माइक्रो नी सोचो मतलब उसके अंदर एक कॅश सोचो कई ॅ हो सकती है जैसे हाउस होल्ड , अप्लाई , उं , वॉशिंग मशीन , जूसर ग्राइंडर , माइक्रोवेव ये सब हाउस होल्ड ॅ के अंदर आते हैं ।
और क्या माइक्रो हो सकते मोबाइल फोन की पूरी इलेक्ट्रॉनिक्स की बात नहीं कर रहा ।
सिर्फ मोबाइल फोन की कर रहा हूँ फॅस माँ मुं जब माइक्रो नौं करते हो तो आप कंपिटिशन को काम कर पाते क्योंकि आपने एक्स पसिफिक ॅ गोरी चूज करिए ।
आप उसी के अंदर अपनी एक्स्पर्ट बनाओगे ।
आप उसी के अंदर अपना फोकस रखोगे और आपको आपकी ऑडियंस होगी ।
आपकी एक लॉयल ऑडियंस बनेगी जो आपके लिंक से प्रोडक्ट लेगी ।
ऑडियंस को समझने के लिए सामने वाले कॉलम पे ऑडियंस लिखो , उससे आपको आइडिया होगा ।
क्या आप ऑडियंस से कनेक्ट कर पाओगे ?
फॅस कैसी होगी ?
मिडल कॅामर्स होंगे लेकिन मोबाइल फोन या स्मार्ट हो सकता है एट ईंटो थर्टी फाइव वाली एज हो तो ये ऍम करेगा राइट नौं करने के लिए इसी तरह से पर्सनल वेलबीइंग हो सकता है जिसमें स्पॅाट हो सकते हेरफेर या फिर स्किनकेयर डिपेंड करता है आपका किसमें इंटरेस्ट हेरफेर के अन्दर भी ऍम हेरफेर और माइक्रो कर सकते हैं ।
अपनी नीच को और उसके ऑडियंस सामने लिख सकते हैं ।
ऐसे ॅ मिंट के अंदर रील स्टेट हो सकता है या क्रिप्टो करेंसी हो सकता है ।
म्यूचुअल फंड हो सकता है , यह स्टॉक मार्किट हो सकता है और उस माइक्रो निचे पे डिपेंड करेगा की ऑडियंस कौन सी है और आप डिसाइड कर पाओगे कि क्या आप उस ऑॅफ है क्रीएट कंटेंट अब कंटेंट वो एक हाॅकी हो सकता है ।
वो एक ईमेल भी हो सकता है और वो एक विडियो भी हो सकती है ।
वो एक वेबसाइट पे पोस्ट भी हो सकती है ।
वो सोशल मीडिया के अंदर कोई ग्रॉफिक भी हो सकता है ।
ये कंटेंट जो है ना , ये शुरू में मुश्किल लगेगा ।
इसी में टाइम लगेगा ।
इसी में कुछ लोग जल्दी छोड जाते हैं ।
लेकिन इंडिया में जितने लोग टॅबलेट मार्किटिंग से लाखों करोडों कमा रहे हैं ।
उनका जो मेन फाउंडेशन है वो है काॅल क्योंकि कंटेंट से ही आप लोगों की हेल्प कर पाते लोगों की प्रॉब्लम सॉल्व कर पाते ।
उनको साॅस दे पाते ।
उनके साथ कम्युनिकेट कर पाते ।
कम्यूनिटी बिल्ड कर पाते हो ।
ईमेल ॅ चेंज कर रहे कंटेंट से आपके एक लॉयल ऑडियंस बनती है ।
आप उनको राइट प्रोडक्ट दे पाते हो और सेवा में मेवा ले पाते ।
ॅ कई तरीके हो सकते हैं ।
एक तरीका है जो आप अभी कर रहे हो ।
आप विडिओ सेकंड ऍम कर रहे वही चीज आप दूसरों के लिए कर सकते हो ।
ॅ कई सारी फॅस की बुक्स है ।
फॅमिली लोगों को दे सकते हो और साथ में बुक्स को सजेस्ट कर सकते हो ।
आपको एक कमिशन मिल जाएगी जब लोग वो बुक्स खरीदेंगे ।
आपने देखा होगा कई सारे ऍफ है जो मोबाइल को रिव्यू कर रहे हैं ।
हॅूं कर रहे डिस्क्रिप्शन में फीलिंग्स होते हैं ।
जब लोग वो प्रोडक्ट खरीदते हैं तो एक कमिशन उनको उस प्रोडक्ट की प्राइस में से मिल जाता है ।
चाहे तो फेस बनाओ , चाहे विदआउट फेस बनाओ , ऍम अल बनाओ लेकिन इस फॅसे बनाओ कि लोगों की मदद करनी प्रोडक्ट अच्छा है ।
लोगों के काम आएगा तभी उनको बताओ लोगों की कंफ्यूज को सॉल्व करो ।
लोगों की ये लोगों की वो लोग उस प्रॉब्लम को सॉल्व करो ।
ऍसे बनाओगे , लोगों की मदद करनी है ।
फिर विडियो की क्वॉलिटी आराम से इम्प्रूव होती रहेगी लेकिन लोग आपके साथ जुडते हैं ।
हो सकता है आप जैसे कुछ लोग कह रहे हो की नहीं हम वीडियो नहीं बना सकते ।
विडियो बहुत कम जांॅच करना चाहते हैं ।
कॉन्फिडेंस कम्युनिकेशन नहीं है तो बहुत सारी ऍम हो सकती ।
कई सारी ऐसी प्रोडक्ट के बारे में लोगों को बताती है और उसमें ऍम यहाँ पे आप देखो ।
आपको कई सारे सुंदर आ रहे हैं ।
लोग इसमें रीव्यूज देखते है , देवर को समझते हैं ।
जब फाइनल करते हैं तो मुँह पे पहुँच जाते ।
प्रोडक्ट खरीदते ही कमिशन शेवर गुरु को मिल जाएगी ।
इसी तरह से कई मोबाइल फोन रिव्यु की साइट है जब मोबाइल फोन के पूरे फीचर्स होते हैं ।
साथ में लिंक होता है बाइक करने का , ऍन पे पहुँच जाता है ।
अगर फोन ले ले तो उस वेबसाइट को कमिशन मिल जाता है ।
सोशल मीडिया भी तो एक ऑप्शन है आपके पास फेसबुक , इंस्टाग्राम , ट्विटर ऍम पाल देखो ऑर्गनाइज मुँह जो फॅस के साथ लोगों को बताती है कि कैसे वो ऑर्गनाइज कर सकते हैं अपने सामान को , अपने घर को , अपनी चीजों को लोग उनके प्रोफाइल में जाते हैं , बायो के लिंक पर क्लिक करते हैं ।
मुँह स्टोर खुलती है , लोग प्रोडक्ट खरीदते हैं , उनको एक कमिशन उसमें से मिलता है और मैं आपको ये भी बता दूँ कि कस्टमर को कुछ फॅस नहीं करना होता ।
जो मुँह लिंक से भी वही प्राइस रहती है ।
कस्टमर के लिए प्राइस सेम रहती है ।
लेकिन फॅमिली इट मार्किट में जो मेहनत करी है लोगों को साइट तक लाने के लिए उसके लिए उसको कमिशन मिल जाती है ।
तीसरी चीज तीसरी चीज फॅार को अपने बिजनेस को ग्रो करने के लिए करनी चाहिए ।
वो है न वेट , डिफरेंट मीडियम , अलग अलग प्लेटफॉर्म के साथ इनोवेट करना ।
आपने वेब साइट पे कंटेंट बनाना शुरू करा आप आगे बढे ।
अब आप उसी कंटेंट को लेके यूटूब विडियो बना दो ।
उसी विडीओ को फेसबुक पे डाल दो उसमें से कोई ग्रॉफिक्स निकल सकते हैं ।
पिन ट्रिस्ट और इंस्ट्रग्राम पे डाल दो क्योंकि हर प्लेटफॉर्म पे अलग अलग लोग अगर यूटूब पे इंडिया में पैंतालीस करोड लोग है तो फेस आपको कोई भी तीस पैंतीस करोड लोग है तो हर प्लेटफॉर्म की पवर को यूज कर सकते हैं ।
एक कंटेंट बनाया एक यूटूब विडीओ बनाई उस विडियो के बेस पे ॅ बना दिया उसी के बेस पे इंस्ट्रग्राम पे स्टोरी बना ली तो ऐसे कंटेंट को डिस्ट्रिब्यूट करने से आप सेम नॉलिज , सेम कंटेंट , सेम प्रोडक्ट पे कई गुना ज्यादा रीच ले सकते हैं और पहले तीन पॉइंट जो हमने डिस्कस कर रहे हैं उससे फॅमिली मार्किटिंग शुरू कर सकते हो ।
लेकिन अगर आप इसमें एक सूपर ग्रोथ चाहते हो पाॅवरफुल बिजनिस बनाना चाहते हो तो फोर ऍफ पॉइंट आपके लिए बहुत जरूरी है ।
फोर्थ पॉइंट कीवर्ड रीसर्च कीवर्ड की दुनिया का फिलिट मार्कीटर को पता होना चाहिए कि कौन से वो वर्ड है जो मैं अपनी अपनी फॅमिली लिखूंगा ।
जो लोग सर्च भी कर रहे हैं लोग वो सर्च कर रहे लोगों के सामने मेरी वेबसाइट् आएगी ।
मेरे पास ज्यादा ट्रैफिक आएगा ।
यूटूब की विडियो बना रहा हूँ ।
कौन से टॅाक में कौनसे वर्ड लिख रहा हूँ ।
जो लोग सर्च कर रहे हैं जिससे मेरी विडीओ लोगों के आगे आएगी ।
इंस्टाॅल यूस करूँ तो मेरी पोस्ट लोगों के आगे आये ।
जितना कीवर्ड को ज्यादा समझोगे उनकी रीसर्च करोगे ।
इसके लिए कई सारे टूल्स हैं ।
ऊपर साॅस , गूगल कीवर्ड ऍम इस तरह के टूल को यूज करके आपकी वर्ड्स को और अच्छे से समझ सकते हो ।
फिर पॉइंट , ईमेल , लिस्टिंग , ईमेल के साथ आप अपने ऑडियंस के साथ कनेक्ट में रहोगे ।
कोई प्लेटफॉर्म रहे ना रहे , यूटूब चल रहे है , बंद हो गया चल रहा है , बंद हो गया ।
लेकिन अगर आप ईमेल से कनेक्टिड हो तो आप अपने ऑॅल भी दे सकते हो , उनको राइट प्रोडक्ट भी दे सकते हो और आपकी इनकम चलता है ।
तो जो भी लोग आपकी वेब साइट पे आ रहे हैं , आपकी विडियो देख रही है , सोशल मीडिया पे आपके साथ कनेक्टिड है ।
आप उनसे उनकी ईमेल अड्रेस ले सकते हो , उनको ॅ ईमेल भेज सकते हो , उनको वैल्यू दे सकते हो , कंटेंट दे सकते हो और उनके साथ कनेक्ट रह सकते ।
तो आप जानते हैं कि अगर आपको ॅ जिस टर करना है तो आपको क्या करना होगा उसके बाद मैं आपको ट्रॅाली बताऊंगा ।
प्रौं क्या है फायदे और नुकसान ऍम तो स्टेप्स की बात करते हैं क्या करना है हमें ऍम पे जाके खुद को रजिस्टर कराना है ।
बताना है आप विडिओ ॅ ओनर हो या फिर सोशल मीडिया ॅ ।
उसके बाद ॅ आपको एक यूनीक असोसिएट देगा ।
एक बार जब आपकी एप्लिकेशन अप्रूव हो जाती है तो आप ऍन पे जाके किसी भी प्रोडक्ट का ऍम रेट कर सकते हो ।
फिर असोसिएट्स यानी कि आप इस लिंक को अपने ऍम आपने विडीओ की डिस्क्रिप्शन में सोशल मीडिया की स्टोरी में , ईमेल में या व्हाट्सप्प पे लोगों के साथ शेयर कर सकते हो ।
जैसे ही उस लिंक कोई क्लिक करके प्रोडक्ट और सर्विस इसको पर्च इस करता है आपको उसमें से कम मिलती है ।
तो अब बात करते हैं पहुंॅच जनरली ।
खाना खाने के बाद ऍम मीठा खाते हैं तो मुँह में पकडते हैं ।
पहले ऍम डिस्कस कर लेते हैं बहुत बडे नेगेटिव नहीं लेकिन आपको पता होना चाहिए पहला नॅान पे कोई जाता है आपके लिंक से और अगर वो चौबीस घंटे के अन्दर अन्दर प्रोडक्ट खरीद लेता है तो आपको कमिशन मिलती है लेकिन चौबीस घंटे के बाद खरीदते हैं तो आपको कमिशन नहीं मिलती ऍम है कि अगर उसने इस प्रोडक्ट को फॅार उसने अपनी काट में डाल दिया ।
फिर आपके पास नाइंटी डेज का टाइम होता है ।
फिर नाइंटी दे के अंदर अंदर वो कभी भी परचेज करे तो आपको कमिशन मिल जाती है ।
दूसरा ऍम में जो कमिश् इनकी रेंज है ।
फॅमिली चार परसेंट से दस परसेंट के बीच में होती है ।
जब की बहुत सारी फॅमिली , डिजिटल प्रोडक्ट , सॉफ्टवेर उनकी फिफ्टी परसेंट फोर्टी परसेंट फिफ्टी परसेंट तक होती है लेकिन ऍम मुँह प्रोडक्ट है ।
मार्जिन कम होते हैं तो फोर परसेंट ॅ का कमिशन ही मिलता है ।
मुँह बात करूँ तो सबसे बडा पहुंॅच एक बडा ब्लॅड है ।
लोगों को भी पता होता है ।
फॅमिली है तो कोई प्रॉब्लम नहीं है ।
आपको भी पता होगा कि मेरी कमिशन फंसेगी क्योंकि ऍम का ये है की वहाँ पे हाइट वराइटी प्रोडक्ट है ।
दुनिया जन का हर प्रोडक्ट आपको ऍम पे मिल जाता है तीसरा पॅन की अपनी मार्किटिंग बहुत स्ट्रॉंग है जब कोई ॅ कर लेता है तो बार बार रिमाइंडर नहीं भेज देता है भाई प्रोडक्ट ले ले भाई अब तो ले ले सोशल मीडिया पे उसको बार बार ॅ आते रहते हैं फोर ऍम पर टूंटी देता जब कोई प्रोडक्ट साॅफ्ट करता है तो नीचे साथ में और साॅस होती है की ये मोबाइल ली है तो साथ में कवर ले लो और आपकी कमिशन और बढ जाती है ।
इसका मतलब क्लियर हुआ आपको आपके लिंक से कोई ऍम के एक प्रोडक्ट पे गया लेकिन उसके अलावा और प्रोडक्ट भी लेता है तो आपकी कमिशन और बढ जाती है आपको उसकी बाकी प्रोडक्ट्स में भी कमिशन मिलती है जो आपने प्रमोट नहीं किया ।
दोस्तों इस तरह की हर विडियो के पीछे मेरा और मेरी टीम का एक ही मकसद आॅवर टी जैसी चीजों को काम कर पाएंगे ।
जो भी लोग मेहनत करने के लिए रेडी है लेकिन हाँ पर टू निटी नहीं है उनको हम हाँ पर टून इटिआॅस प्लेन कर पाए ।
इसीलिए डिटेल में मैंने आपको हर चीज इस विडीओ में बताई है ।
फॅमिली मार्किटिंग होता क्या है ?
उसका स्कोप क्या है ?
कौन कौनसे प्रोग्राम है ?
क्या क्या स्टेप्स आपको फॉलो करना है , कैसे आपको रजिस्टर करना है , क्या आपको फायदे होंगे ?
क्या आपको नुकसान होंगे लेकिन कोई रॉंग ऍम मत रखना ।
ये मत सोचना ।
आज शुरू किया कल लाखो करोडो आ जाएंगे ।
लाखों करोडों का स्कोप है लेकिन मेहनत रिक्वायर्ड अच्छी चीज है कि आपके पास इंटरनेट आपके पास यूटूब विडीओ आपके पास मेरे जैसे ट्रेनर है आपके पास कितने नौं मेहनत आपको करनी पडेगी ।
एक बहुत फेमस कोर्ट है बॉन्ड पुर मुँह फॉल्ट बॉर्न पुर मुँह फॉर यू डाइट और मुँह फॅस को अपनी सोसाइटी को उठाने का फॅार करने का बस रिक्वायर्ड ॅ वो तपस्या होप विडीओ आपको फॅार करेगी ।
आपके काम आएगी ।
कई सारे काॅकलियर हुए होंगे और किन टॉपिक्स पे आपको विडियो चाहिए मुझे कमेंट्स में जरूर बताना ।
इसी तरह से मैं सीखता रहूँगा , सिखाता रहूँगा आपका बन के साथ निभाता रहूँगा ।
फिर मिलेंगे अगली विडीओ मैं तब तक खुश रहिये ।
खुशियां बांटते रहिये ऍम लव यू ऑल