ऍम पास ।
आइए इतना दूर दूर हैं आप देखिए बेसिकली प्रॉब्लम क्या है ?
प्रॉब्लम ये है कि जब मैं चिकन रस्सी बनाता हूँ सब लोग बोलते है रणवीर यार मटन नहीं बना रहे हैं जब मैं मटन बनाता हूँ लोग बोलते हैं चिकन नहीं बना रहे ऐसे हमने बनाया था एक दाल लोगों ने बोला यार हम तो हाइट मीट खाते हैं , चिकन खाते हैं हम तो रेड मीट खाते नहीं तो नमस्कार मैं वो रणवीर बरार आज बनाते हैं चिकन डाल चाह मतलब इससे ज्यादा हाइ प्रोटीन कुछ नहीं हो सकता ।
आप जिम जाए या ना जाए उससे कोई फर्क नहीं पडता ।
हाईप्रोटीन डिश है और टेस्ट की गारंटी हमारी ।
क्योंकि हैदराबाद में इतने टाइम से बन रही है सब ।
ठीक है शुरू ॅ तो चिकन डाल बनाने के लिए आपको चाहिए चिकिन और दाल और दाल जो है ये वाली देखी ।
ध्यान से चने की दाल और चिकन जो है वो ये वाला है ।
मैंने पीस लिया है पीस जो है वो जूसी रहता है सबसे पहले क्या करेंगे दाल को दे देंगे सीटी ढाई सौ ग्राम डाल लगभग एक किलो चिकन के लिए बहुत हम खा भी सकते हैं ।
उसके बाद बचा के घर भी ले जा सकते हैं ।
ठीक है और उसके बाद सुनेंगे दाल की कहानी ।
दाल की जुबानी दाल अपनी कहानी सुनाती है ।
प्रेशर कुकर की सीटी बजती है ।
एक बार में लगने लगता है गुड गुड ठीक है दाल की कहानी अब चिकन की कहानी शुरू करते हैं ।
देखिए , आप चाहे तो फ्राई प्याज भी ले सकते हैं और अगर आपको फ्राई प्याज समझना है तो पीछे हमने को ही टाइप का चिकन बनाया है ।
वहाँ से फ्राई पे आज का पूरा फंडा समझ लीजियेगा , प्याज को ऐसे स्लाइस करे और तेल में तल के ब्राउन कर ले ।
अगर आप वो करना चाहे तो वो भी कर सकते हैं ।
लगे हाथ पका लेंगे ।
देखिए मुझे हैदराबादी खाने की सबसे खूबसूरत बात ये लगती है कि लखनऊ से बिल्कुल कंट्रास्टिंग कंट्रास्टिंग हैदराबाद के खाने पे तर्क इस और अफगानी इंफ्लूएंस है तो इसलिए वो रस्टिक है रील है तो इसलिए हर चीज में बारी की छाना छानी ये मसाला छान ओ वो सब करना नहीं पडता ।
इसकी अपनी खूबी है ऐसा नहीं लखनऊ खाने की अपनी खूबी है लडाई थोडी ना ये जीत गया वो जीत गया लेकिन हर खाने से कुछ ना कुछ सीख सकते है ना अब जैसे लखनऊ की शायरी में नफासत है बारिश की है डिटेल है बडा उर्दू की समझ है और हैदराबाद के जो लोग होते हैं वो कहते हैं देखिये जहाँ काफी मिल गया वहाँ शायरी मतलब मुँह फॅमिली ये फरक है दोनों शहरों जो अंडरस्टैंडिंग गाँव है ना वो अपना अपना है पर अप ऋषि एशिन अवॉर्ड पूरा है मैं लखनऊ के बाद हर बार करता हूँ देखिये बना रहा हूँ हैदराबादी दाल चावल और ठोक दिया लखनऊ में बीच में सुधरेंगे नहीं नहीं किया था सब्स्क्राइब मेरे को पता था ऍम दबाया हुआ इसलिए मैं रेसिपी के बीच में आ के आप को याद दिलाने देख लीजिये ।
ॅ और दही दही नहीं डाल रहा हूँ देखिये सब लोग बोलते है ।
रणवीर यार आप हर चीज में दही डाल देते हो , नहीं डालता हूँ देखिये दाल को ना अच्छे से बॉयल करना है लेकिन हलवा नहीं बनाना मतलब तीन सीटी देख लेता हूँ ।
एक तो आने वाली है देखिये कर रही है ना दाल आपसे बातें खडे मसाले डाल देते हैं साहब याद में कंजूसी मत करियेगा क्योंकि दाल और चिकन दोनों के साथ अच्छा जाना है ।
फॅस रखियेगा फुल प्याज डालने के बाद तापमान एकदम से गिरेगा ।
क्या तेल पी जाएगा और आप कहेंगे रणवीर आपने बताया नहीं ।
रणवीर ने बताया था प्याज को जलाना नहीं है , लेकिन ॅ फुल रखनी है या ये भी कह सकते हैं कि प्याज को जलाना नहीं चलाना है ।
नॉर्मली अब मैं जैसे अदरक लहसुन पहले डालता हूँ , यहाँ पे पहले क्यों नहीं आ रहा है ?
पहले डाल दूँ तो जब तक प्याज ब्राउन होगा , अदरक लहसुन जो है वो ब्राउन का डॅडी हो जाएगा ।
मतलब ब्लॅक हो जाएगा ।
इसलिए यहाँ पर अदरक लहसुन तब डालेंगे जब प्याज पे रंग आना शुरू होगा ताकि सब कुछ साथ में पक जाएगा ।
ठीक है अगर आप बिल्कुल बारीक हाँ प्याज यूस कर रहे हैं जो की दाल से में नहीं करना चाहिए तब आप अदरक लहसुन जो है वो पहले डाल सकते हैं ।
बस कोशिश ये करें मैं हमेशा यही सिखाता हूँ ।
भैया चूल्हा जितना भरा रहे उतना अच्छा है ।
मतलब एक टाइम पे ।
अगर आप सिर्फ एक चूल्हा इस्तेमाल करे तो कुछ गडबड है ।
उन्होंने मुझे काम सीखा है ।
मैंने बोला बेटा चाहे चूल्हे पे पानी उबाल लो लेकिन चूल्हा कभी खाली मत छोडो ।
सब कुछ एक साथ पकना चाहिए तो अगर मैं पहले दाल उबाल लेता हूँ फिर बोलता कि चलो अभी दाल उबल जाएगी ।
फिर उसके बाद चिकन पकाना शुरू करेंगे ।
फिर तो मैं यही बैठा रहता हूँ ।
सुबह वैसे नहीं ऑप्टिमम यूस करना ये हमारा ॅ स्टेट है ।
देखिये ये जो तीन चार चूल्हे होते हैं ये हमारा ॅ स्टेट को बराबर से यूस करना चाहिए ।
हमेशा अंग्रेजी में कहते हैं पॅाल कुकिंग खडे मसाले और प्याज के साथ में जो तुमने खुशबू आती है ना कोई सारी पर्फ्यूम दुनिया की एक तरफ और खडा मसाला और प्याज भून ना एक देखिए प्याज पे रंग आना शुरू हुआ उसके बाद मैंने डाला उसके अंदर अदरक लहसुन दो कारण है एक तो नमक है अदरक लहसुन के अंदर उससे पानी और जल्दी छूटेगा और दूसरा रंग सब पे बराबर आना चाहिए ।
सब बता देता हूँ ।
देखिए छोटी से छोटी बारीकी भी बता देता हूँ एक किलो में चार प्याज आधे किलो में दो प्याज मीडियम वो भी हाँ वो फॉर्म्युले याद रखिए यहाँ पे मैंने जोश में आके साढे सात सौ ग्राम चिकन है मेरे पास तो उसके हिसाब से चार प्याज थोडा ज्यादा हो गया ।
आप एक्साइटिड मत होइएगा मेरी तरह कंट्रोल कंट्रोल , रणवीर बरार कंट्रोल और बी गम है जिंदगी में कांदे के सिवा अर्थात देरी मोटो लाइफ ऍम ब्यूटीफल थोडा ब्राउन और करेंगे और मामला चालू ।
अच्छा मजे की बात देखिए ।
मैंने चिकिन पे नमक भी नहीं लगाया ।
कोई जरूरत नहीं है ।
चिकिन ॅ करने की कोई जरूरत नहीं ।
चिकन जो धो के रख लीजिये और उसके बाद सीधा डाल दीजिए ।
अब प्याज जो स्क्रिप्ट ही हो रहा है , किसी की हो रहा है ।
नमक ॅ कर रहा है ।
पानी निकाल रहा फटाफट देखिये क्या बढिया रंग आना शुरू हो गया ।
एकदम कृप सी करा रहा भाई देखो हाँ , मिस्टी काम करना चाहिए ।
आपको प्रॉपर रेसिपी दिखाऊंगा इसलिए थोडा फ्राई प्याज निकाल लेता हूँ ।
रेशियो नहीं करूँगा मैं ।
मुझे प्याज पसंद है ।
आप बनाएंगे कुछ और बन जाएगा ।
फिर आप कहेंगे रणवीर आपने बताया नहीं ये मैंने अलग निकाल लिया ।
बाॅलर देखिये क्या खूबसूरत खूबसूरत कलर डालेंगे इसके अंदर टमाटर टमाटर डालने से प्याज की जो पकने की प्राॅफिट वो तुरंत रुक जानी चाहिए ।
ये मेन क्या है ?
प्याज की कुकिंग को साँप करना है ना ॅ ?
ये जो है चिकिन का पीस अलग और ड्रमस्टिक पीस अलग लिया है मैंने ।
आप चाहे तो पी के दो टुकडे भी कर सकते हैं , लेकिन उसका मजा जो है वो पीस में आता है ।
दाल से का जो मजा है क्योंकि लंबे समय पकता है ना लम्बे समय तक जो भी चिकन पके कोशिश करें पीस लेने ।
अब चिकिन जो है अपना पानी छोडना शुरू करेगा और बुनाई का सिलसिला जारी रहना चाहिए और आपको अगर लग रहा है कि चिकन अभी पानी नहीं छोड रहा है ।
टेंशन ना ले , पानी का छींटा मारते रहे और भूनते रहें ।
रंग देखिये रोगन देखिये खूबसूरती देखिये देखिये क्या है दाल से में जब आप दाल को सीटी देते हैं तो कायदे से लौकी उसके अंदर पढनी चाहिए ।
ठीक है और लौकी को आप चाहे तो पहले निकाल सकते हैं ।
कायदे से डाल से में एक सब्जी तो होनी चाहिए लेकिन मैं यहाँ पे नहीं डाल रहा हूँ क्यूँ क्योंकि फिर आप कहेंगे कि रणवीर तो प्रेम बडा लम्बा हो गया , चिकन भी लाओ , दाल भी लाओ , लौकी भी लाओ तो इसलिए मैं लौकी नहीं डाल रहा हूँ ।
लेकिन अगर आप डाल के साथ में लौकी को उबाल लेंगे और जब दाल को घोलेंगे तो लौकी अलग हटा लेंगे ।
बाद में मिक्स कर देंगे तो कायदे से मजा वही चने और लौकी का जो मेल है वही इसकी मोनोपोली ब्यूटीफल ठीक है ।
दाल गल गई है ।
देखिये लेकिन हलवा नहीं बनी है ।
देखिये अभी दाल को कर लेना ।
मैं ठीक है ।
चाहे आप हल्का सा मिक्सी में घुमा लीजिये , चाहे आप लकडी के चम्मच से कर लीजिये , चाहे दूध दुखी , मथनी जो होती है उस से कर लीजिये चाहे पाव भाजी ऍसे कर लीजिये लेकिन फॅमिली लेकिन इतना भी मैच मत करिए की दाल जो है वो पहचान में ना आए ।
दाना है दाल का लेकिन मैच हो गयी ब्यूटी ऍम दाल देखिए दाल की धार देखिए ये दाल चेका जो मजा है ना , उसका वही मजा आएगा ।
प्याज अपने बराबर से भुना है कि नहीं भुना अगर आपने प्याज बराबर से नहीं भुना तो रंग हो जायेगा फीका !
और अगर रंग फीका हो गया तो फिर दाल चा नहीं ठीक है देख लिया ना आपने ।
बस मेन क्या है ?
दाल को ओवर कुछ नहीं करना हैं ।
प्याज को अच्छे से ब्राउन करना जलाना नहीं है ।
अच्छे से ब्राउन करना और चिकिन को अच्छे से भून लेना ।
दाल अगर कच्ची रह गई तो यहाँ पकने में बडा लग जाएगा वो भी नहीं चाहिए ।
दाल अगर ओवर कुक हो गई तो फिर चिकन की कढाई बन जाएगी ।
वो भी नहीं चाहिए है ना दाल चाह बनना चाहिए होनी चाहिए ।
और जो इसकी मोनोपोली है वो ये है काली मिर्च के बगैर कोई दल चा नहीं हुआ ।
अब देखिये मजे देखिए अब आप थोडा सा पानी डाल के इसको पकाएंगे ।
पकाना जरूरी क्यों है ?
क्योंकि दाल और मसाले का जो संगम है , दाल और मसाले की जो शादी है वो पूरी हो जाए ।
वरना मसाला चिकन के साथ अपने पकाया डाल बाद में डाली उसको अगर साथ में नहीं पकाया तो फिर चिकिन इन दाल हो गया ।
चिकिन डाल चा नहीं हुआ और हम बना रहे हैं मुर्गी दाल चाह फ्लेवर हाँ टो मिक्स फ्लेवर को मिक्स होने के लिए साथ में पकना जरूरी है थोडा पानी ।
अब इसके ऊपर आप चाहे तो रेडीमेंट गरम मसाला डाल सकते हैं , घर का गर्म मसाला डाल सकते हैं या फिर जो आपने लास्ट में काली मिर्च डाली थी ना उस काली मिर्च के साथ आधा भाग मतलब एक भाग काली मिर्च , आधा भाग बडी इलायची , एक चौथाई भाग लोंग और बिलकुल थोडा सा मतलब बिल्कुल नाम भर का ।
अगर आपको डालना है उसके अंदर तो जीरा डाल के और उसका पाउडर बना के ऊपर से डाल सकते हैं ।
भून के तो इंस्टाॅल वो भी चलेगा , फिलहाल इसको बोलने देते हैं ।
जब तेल ऊपर आ जाएगा तो ये हो जायेगा के सारे फ्लेवर जो है वो मिल चुके हैं चिकन मसाला और दाल जो आपस में मिल के प्रॉपर एकदम लॉन्ग स्टैंडिंग रिलेशिनशिप में आ चुके हैं तो दाल से को देते हैं बाहर बाहर के लिए तेल , हरी मिर्च , अदरक , कडी पत्ता और ग्रीन कॉरिडर ।
फिर डन फिर खायेंगे ।
मजे से कहा देखिए जमीन आसमान का फर्क पड गया तो साथ में पकने दिया ना धीरे धीरे धीरे धीरे लेकिन को इसलिए पहले ना सिर्फ ऍफ करना है बाकी डाल के साथ बाहर जो है वो बेसिकली क्या ॅ मिनिट में तेल के जरिए से फ्लेवर देने का एक बहाना है बस बस और वो जो है वो मतलब हो गया ।
अभी क्या वो फ्राइड निकाल लिया था उसका अच्छा इस्तेमाल करिए , डाल दीजिए ऊपर हो गया मामला बिल्कुल ॅ ऍम बन गया ।
अगर होता तो क्या करते हैं ।
पहले तो ऐसे ही बोलते हैं लेकिन अगर आप बनाते है तो साथ में भूनते चिकिन में आपको प्याज पहले मुँह है , वो चिकन के साथ में नहीं पता लेकिन प्याज लंबे समय तक पकने वाले गोश के साथ में पक जाता है ।
इसलिए गोश का डाल दिया ।
बनाए तो प्याज और साथ में डाल दे और भुनाई चालू रखना और निम्बू कंपल्सरी डाल के साथ में निम्बू देना इस कंपल्सरी बहुत बढिया है क्या बात क्या रंग देखिये रुवन देखिए साहब देखिए सही अब तो देखा ही नहीं रहा है ।
काली मिर्च का टेस्ट भी बहुत इंपॉर्टेंट है ।
थोडा निम्बू डाला फ्राइट अब चालू हो जाओ अगर आपको कडी पत्ता नहीं पसंद है ।
मत डालिए सिर्फ अदरक , हरी मिर्च और धनिया का लडका बना लीजिए लेकिन ऊपर से बाहर डालिये जरूर मैं तो लौकी डालूंगा अगली बार जो की से को टेक्स्चर आ जाएगा ना एक मखमली पन चिकन के पीछे लडाई हो ना हो लेकिन जो दाल है ना इसके पीछे लडाई हो गई होगी ।
डाल के अपनी मोनोपोली साहब शांति से खाने दो गरीब ऍम