आज मसाला किचिन आ रहा है ।
नए साल की खुशियां बांटने के लिए एक नई मीठी सी डिश लाने और वो भी ऐसी देश है कि आप किसी व्रत में खा सके ।
अब आपका ये कभी भी रसगुल्ला नहीं होगा और यकीन मानिए ये रसगुल्ला भी नहीं ।
ये राजभोग भी नहीं , ये आपकी रसमलाई भी नहीं ।
ये है रस माधुरी इसे इतने बढिया तरीके से आपको बताउंगी ।
ट्रिक को अगर फेलो करेंगे तो बहुत ही अमेजिंग बनने वाली है ।
मतलब इसके सामने हलवाई तो बिल्कुल फेल है ।
तो चलिए यहाँ पर बनाना शुरू करते हैं ।
आप सबको आसान खाना सिखाना मेरा मिशिन है ।
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वो सबसे पहली शर्त है ।
इसके लिए आपको कुछ नहीं डालना है ।
बेकिंग पाउडर नहीं , मैदा नहीं , कौन फ्लोर नहीं , अरारोट नहीं क्योंकि मैंने पहले ही बता दिया है ।
ये जो है फॅमिली आप व्रत में भी खा सकते हैं तो इसके लिए आपको थैली वाला या ताजा दूध चाहिए ।
गाय का भी इसका नहीं बफेलो मिल्क नहीं चाहिए ।
गाँव मिल्क चाहिए , बस ये पहली शर्त है ।
अब सबसे पहले हमें गाय का दूध तो चाहिए ।
एक और दूध चाहिए जो नॉर्मल दूध आप कहीं से भी लाते हो जो फुल फॅस हो तो बहुत बढिया नहीं है ।
जो भी आप लाती हूँ क्योंकि हमें इस रस माधुरी बनाने के लिए कुछ ऊपर से रबडी भी चाहिए तो मैं पहले रबडी की तैयारी कर लेती हूँ या मैं ले रही हूँ एक बडी सी कढाई जिसमें थोडा सा पानी जरूर मैं अक्सर डालती हूँ ।
जब भी मैं दूध उबाले जिससे दूध कभी भी नीचे लगता नहीं है मुझे टेंशन नहीं अब इस दूध को हम उबलने के लिए रख देते हैं ।
कुछ नहीं डालना है हमें कोई फिटकरी नहीं कोई दही नहीं अपने आप इसे पकने दीजिये जब तक की ये अच्छा गाना ना हो जाए ।
जब आपको लगे कि दूध आधा हो गया तब हमें थोडी चीनी डालनी है ।
एक बात का ध्यान रखें कि ये जो रस माधुरी होती है ये बहुत मीठी नहीं तो बहुत ज्यादा मीठा नहीं करना है ।
नॉर्मल मीठा रखना है इसको साइडों से स्कॅालर लग गई है वो इसी के अंदर जाएगी तो अच्छा का हो जाएगा ।
अपने आप थोडे थोडे लच्छे आ गए हैं ।
दूध के अंदर थोडा सा और उबल जाए तब तक मैं ऐसी उबाल अब देखिए दूध काफी गाढा हो चूका है मतलब एक लीटर से मुश्किल से चार सौ ऍम के आसपास दूध बचा है ।
अब हम गैस बंद कर देते हैं ।
इसे ठंडा करके हम बिल्कुल ठंडा करके फ्रिज में रख देंगे ।
अभी इसका ज्यादा काम नहीं है ।
ये सबसे लास्ट में हमें लगेगा ।
चलिए अब बनाते हैं उस रसगुल्ले को बनाने तो एक मैंने पतीला लिया और पतीले में थोडा सा मैंने पानी डाला ।
पानी डालने की वजह थी कि दूध जले नहीं और मैंने गाय का दूध कच्चा इसके अंदर डाल दिया ।
अब इसको हम उबाल लेंगे ।
थोडा सा ठीक हो गया अच्छा उबाल आ रहा है दूध में अब इसमें डाल दीजिए एक टेबल स्पून बारीक कतरे हुए बादाम और एक चौथाई कप चीनी लगभग सिक्स टी ग्राॅस और पांच मिनट बॉयल कर लीजिए पांच मिनट और उबाल लिया और देखिये दूध थोडा सा ठीक हो गया है और बहुत टेस्टी हो गया है ।
ये अच्छा सा इसमें उबाल भी आ रहा है ।
अब इसमें पीठा डालेंगे तो जब ये पीठा केपीसिंह हम डालें ।
ये ध्यान रखें कि दूध बढिया सा उबल रहा हो , फ्लेम तेज हो अगर दूध में उबाल नहीं होगा और आप ये पीस इस डाल देंगे तो फट सकते हैं ।
और एक एक करके डालिए धीरे धीरे ताकि दूध में उबाल बना रहे हैं ।
ये सारे हमने डाल दिए ।
इसमें अब इनको आप हाई फ्लेम पर ही कुछ खोले दीजिए ।
यहाँ पर आप कुछ छोटी छोटी ट्रिक्स को अच्छे से फेलो कीजिए जो आपको बहुत काम आएगी ।
ये देखिए दूध में उबाल आ गया है ।
अब हमें बिल्कुल भी ज्यादा नहीं उबालना है ।
गैस को बंद करने के बाद हमें चलाते रहना है ।
इसके दो कारण है ।
एक तो इसके अंदर जो है ना थोडा ही फॅस होता है ।
गाय के दूध में तो वो फॅसे ना आ जाए मतलब मलाई ना जमने लग जाए ।
दूसरा चीज इसका ऍम प्रचल इतना ज्यादा इस टाइम गरम है ना क्योंकि उबला हुआ है ।
अभी तो थोडा वो नॉर्मल टेम्प्रेचर पर आए ।
ऐसा नहीं की बिल्कुल आपको ठंडा करना लेकिन थोडी बार आपको चलाना आठ से दस बार करची से इस तरीके से ऊपर करके आप जब चलाएंगे ना तो इसका टेम्प्रेचर थोडा डाउन होगा और दूसरी तरफ जो मैंने तैयारी की है आधा ग्लास पानी लिया है उसमें एक ढक्कन मैंने डाल दिया है ।
दिन अगर बस इतना काफी है आप कहेंगे नींबू ले सकते हैं ले सकते हो ।
वैसे विन अगर भी बहुत बढिया रहता है एक बार एक बोटल लाके रख दो काफी लंबी चलती है ।
बहुत जगह हमें काम आती है ।
देखिए जब दूध का थोडा टेम्प्रेचर कम हो गया तब मैं डाल रही हूँ ।
यहाँ पर सिर के वाला पानी और कैसे डाल रही हूँ वो जरूर आप देख लीजिए ।
ऐसा इसलिए किया जाता है कि छेना जो है टाइट करता ना बने आपका रसगुल्ला टाइट ना बने ।
रसगुल्ला ऐसा बने इतना स्पंजी बने आप निचोड लो बिल्कुल उसे स्पीड कर लो और उसके बाद उसे फिर से वो स्पंजी हो जाये ।
रसे में जाकर मतलब इतना जालीदार होना चाहिए तो उसी के लिए मैं सारा काम कर रही हूँ ।
अब ये देखिए मैंने करची में थोडा दूध लिया थोडा थोडा पानी वाला सिरका डाला और उससे क्या हुआ कि एकदम सिर सिर का भी नहीं है और एकदम से नहीं फटेगा नहीं एक साथ नहीं फटेगा ना तो वो धीरे धीरे बहुत सॉफ्ट छेना बनेगा ।
आप कई बार मुझे ऍम करते हैं कि पनीर फाडना और छेने को फाडने में क्या फर्क है ।